राज्यपाल मलिक हुए बागी: मोदी सरकार पर बोला हमला

डेस्क। मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने किसान आंदोलन के दौरान लाल किले पर निशान साहिब फहराए जाने को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं था। किसान आंदोलन के लिए एक बार फिर केंद्र सरकार और उसके नेताओं की तीखी आलोचना करते हुए मलिक ने किसानों से आह्वान किया कि वे सत्ता बदलने और किसानों की सरकार बनाने के लिए एकजुट हों। उन्होंने कहा कि वह राज्यपाल के पद पर उनका कार्यकाल समाप्त होने के बाद खुद देशभर का दौरा कर किसानों को एकजुट करेंगे। मलिक का कहना था कि सरकार ने किसानों से आधा-अधूरा समझौता कर उन्हें धरने से उठा दिया, लेकिन मामला जस का तस है। राज्यपाल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के एक दोस्त पानीपत में 50 एकड़ क्षेत्र में गोदाम बनाकर सस्ते भाव में गेहूं खरीदने का सपना पाले हुए हैं। मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक रविवार को यहां गांव कंडेला में आयोजित कंडेला खाप एवं माजरा खाप द्वारा आयोजित किसान सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। मलिक ने यह भी खुलासा किया कि उनके कुछ मित्रों ने सलाह दी थी कि वह उपराष्ट्रपति या राष्ट्रपति बन सकते हैं, इसलिए उन्हें चुप रहना चाहिए। लेकिन मलिक के अनुसार, ‘मैंने उन्हें कहा कि मैं इन पदों की परवाह नहीं करता।’