सपा के हुए सिब्बल: रास के लिए किया नामांकन

लखनऊ। पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने बुधवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के समर्थन से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया। उन्होंने यह भी बताया कि वह करीब दस दिन पहले, 16 मई को कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संवाददाताओं को बताया कि सिब्बल ने पार्टी के समर्थन से राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया है। नामांकन के दौरान उनके साथ सपा अध्यक्ष के साथ साथ पार्टी के प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव तथा अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। नामांकन दाखिल करने के बाद सिब्बल ने स्पष्ट किया “मैंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरा है और मैं अखिलेश जी का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने हमें समर्थन दिया है।” सिब्बल ने यह भी बताया कि वह पिछली 16 मई को ही कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके हैं और अब वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नहीं हैं। सिब्बल ने कहा “हम विपक्ष में रह कर एक गठबंधन बनाना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि 2024 में ऐसा माहौल बने कि मोदी सरकार की जो खामियां हैं उन्हें जनता तक पहुंचाया जाए।” सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सिब्बल को समर्थन देने के औचित्य का जिक्र करते हुए कहा “कपिल सिब्बल देश के जाने माने अधिवक्ता हैं। वह लोकसभा में या राज्यसभा में रहे हों, उन्होंने बातों को अच्छी तरह रखा है। हमें उम्मीद है कि देश में जो बड़े-बड़े सवाल हैं… जैसे… आज देश किस रास्ते पर है, महंगाई रुक नहीं रही है और चीन लगातार हमारी सीमाओं पर आगे बढ़ता जा रहा है… इन तमाम बड़े-बड़े सवालों पर कपिल सिब्बल समाजवादी पार्टी के और अपने विचारों को आगे रखेंगे।” गौरतलब है कि सिब्बल को सपा की ओर से राज्यसभा प्रत्याशी बनाए जाने की अटकलें मंगलवार से ही लगाई जा रही थीं। हालांकि पार्टी ने इसकी पुष्टि नहीं की थी। सिब्बल ने, भ्रष्टाचार तथा अनेक अन्य आरोपों में लगभग 27 महीने तक सीतापुर जेल में बंद रहे सपा के वरिष्ठ नेता एवं विधायक आजम खां को उच्चतम न्यायालय से जमानत दिलवाने में उनके वकील के तौर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। खां अपने प्रति कथित बेरुखी को लेकर सपा नेतृत्व से नाराज हैं। माना जा रहा है कि सिब्बल को समर्थन देकर इस नाराजगी को दूर करने की कोशिश की गई है।