यूपी में माइक्रोफाइनेंस की अपार संभावनाएं: मामेन

लखनऊ। नाबार्ड के बैनर तले राज्य स्तरीय वित्तीय समावेशन कॉन्क्लेव सम्पन्न हुआ। राजधानी के एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में सा-धन के ईडी और सीईओ जीजी मामेन ने बताया लगभग 24 करोड़ की आबादी वाले यूपी में माइक्रोफाइनेंस सेक्टर में अपार संभावनाएं राज्य में 70 फीसदी में से केवल 34 जिलों में 10 फीसदी से कम और 5 जिलों में 2 फीसदी से कम है। उन्होंने बताया कि यूपी में सहकारी समितियां और सूक्ष्म वित्त संस्थाएं सक्रिय हैं। यूपी में 57 एमएफआई काम कर रहे हैं जिनमें से 18 का मुख्यालय यूपी में है।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए आरबीआई के क्षेत्रीय निदेश डा.बालू केंचप्पा ने बताया कि यूपी देश में वित्तीय समावेशन प्रयासों में अग्रणी रहा है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र के वित्तीय संस्थानों ने देश में एक रिकवरी कल्चर बनाने में मदद की है। इसका श्रेय माइक्रोफाइनेंस सेक्टर को जाता है। सा-धन के सीएमडी एचपी सिंह ने यूपी में एयूएम का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2026 तक यह ढाई लाख करोड़ तक पहुंच सकता है। कार्यक्रम में एसएलबीसी के रेमंड डिसूजा, जीएम नाबार्ड संजय वर्मा, एसएफबी के विवेक तिवारी आदि लोग मौजूद रहे।