गोरखपुर के चिड़ियाघर में बाघिन में हुई बर्ड फ्लू की पुष्टि, एक महीने में चार जीवों की हो चुकी है मौत,
लखनऊ मई। उत्तर प्रदेश के प्राणी उद्यानों, पक्षी विहारों, नेशनल पार्कों, वेटलैंड क्षेत्रों और गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित पशु-पक्षियों की सुरक्षा को, ‘एच 5 एवियन इंफ्लुएंजा’ (बर्ड फ्लू) के संक्रमण से खतरा है। राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान भोपाल ने गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्ला खां चिड़ियाघर की बाघिन शक्ति की मौत के बाद विसरा जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि की है। इस प्राणी उद्यान में एक माह के भीतर चार जानवरों की मौत हुई है। जिनमें एक बाघ, एक भेड़िया, एक तेंदुआ और एक बाघिन शामिल हैं।
प्राणी उद्यान में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय बैठक की। उन्होंने प्रदेश के सभी प्राणी उद्यानों, पक्षी विहारों, नेशनल पार्कों, वेटलैंड क्षेत्रों और गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित पशु-पक्षियों की संक्रमण से सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है।
बर्ड फ्लू से बचाव के लिए केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण, नई दिल्ली, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, स्वास्थ्य मंत्रालय, मत्स्यपालन एवं डेयरी विभाग, भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर (बरेली) आदि से सुझाव लेने व उस पर अमल का करने का निर्णय लिया गया है।