डॉक्टर की लापरवाही: नवजात का सिर धड़ से अलग

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शाहजहांपुर। जिला अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही से नवजात की जान चली गई और प्रसूता की जान पर आ बनी। डॉक्टर की लापरवाही से नवजात का धड़ गर्भ से बाहर आ गया, जिससे डॉक्टरों ने काटकर अलग कर दिया, जबकि नवजात का सिर गर्भ के अंदर ही रहा। मामला फंसता देखकर जिला अस्पताल की डॉक्टर ने महिला को रेफर कर दिया, जहां शहर के एक सर्जन ने करीब दो घंटे तक ऑपरेशन करने के बाद बमुश्किल प्रसूता को बचाया। इस मामले में जिला अस्पताल की डॉक्टर के खिलाफ तहरीर दी गई है। मामला सदर बाजार थाना क्षेत्र के मोहल्ला दिलाजक का है जहां के हेमंत कुमार की पत्नी गीता का प्रसव होना था। घरवालों ने उसे जिला अस्पताल में एडमिट कराया। करीब 11 बजे प्रसव कराने के दौरान बच्चे का धड़ गर्भ से पहले निकल आया तो मौके पर मौजूद डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से बच्चे का धड़ शरीर से अलग कर दिया गया और सिर गर्भ में फंसा रहा। इससे प्रसूता की हालत बिगडऩे लगी तो उसे आनन-फानन में रेफर कर दिया। मामला बिगडऩे पर गीता के घरवाले एक नर्सिंग होम में लाए और उसे भर्ती करने की बात कही। मरीज की स्थिति नाजुक देखते हुए डॉक्टर ने पहले तो मना किया, लेकिन घरवालों के गुहार पर उसे करीब डेढ़ बजे भर्ती कर लिया और दो बजे से ऑपरेशन शुरू कर दिया। करीब चार बजे तक ऑपरेशन कंप्लीट हो गया। बावजूद इसके प्रसूता की हालत नाजुक बनी हुई है। परिजनों के हो हल्ला मचाने पर कोतवाली पुलिस नवजात का शव लेकर जिला अस्पताल गई, जहां उसका शव मच्र्यूरी में रखवा दिया गया। हेमंत ने अज्ञात डॉक्टर के खिलाफ तहरीर दी है। कोतवाली इंस्पेक्टर केके तिवारी का कहना है डॉक्टर के बारे में जानकारी करने की कोशिश जारी है। साथ ही शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।