ओवैसी का नया दांव: रीजनल पार्टी का मिले दर्जा

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लखनऊ। ओवैसी की पार्टी आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एमआईएम) ने इलेक्शन कमीशन से रीजनल पार्टी का दर्जा देने की मांग की है। इस संबंध में पार्टी की यूपी यूनिट ने पत्राचार भी शुरू कर दिया है। ओवैसी साल 2017 विधानसभा चुनाव से पहले पंचायत चुनावों में कैंडिडेट उतार कर पार्टी की पहचान बनाना चाह रहे हैं। पार्टी के स्टेट कन्वेनर शौकत अली ने बताया कि इलेक्शन कमीशन से रीजनल पार्टी का दर्जा मिलने के बाद उनकी पार्टी व्यापक स्तर पर विधानसभा- 2017 की तैयारियों में भी जुट जाएगी।
शौकत अली ने बताया कि अभी पार्टी पंचायत चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है। कुछ दिन पहले जिला स्तरीय बैठक बुलाई गई थी, जिसमें पंचायत चुनावों को लेकर रणनीति तैयार की गई है। पार्टी यूपी में कई सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ी करेगी। उन्होंने बताया कि अभी हम पश्चिमी यूपी के दौरे पर हैं जहां रोजाना चार से पांच रैलियां वे कर रहे हैं, जिसमें भारी समर्थन मिल रहा है। शौकत अली ने साफ किया कि पंचायत चुनावों में उनकी पार्टी 40 जगहों पर ही अपने कैंडिडेट उतारेगी। अभी वाराणसी और बुंदेलखंड में मेंबरशिप ड्राइव चल रही है। इसे पूरा होने में समय लगेगा। ऐसे में यहां कैंडिडेट नहीं उतारे जाएंगे। उनका कहना है कि उनकी पार्टी ने 40 जिलों में संगठन तैयार कर लिया है। वहीं, 20 जिलों में बूथ स्तर तक संगठन का काम पूरा हो गया है। इसके साथ ही 66 जिलों में मेम्बरशिप ड्राइव चल रही है। अभी तक कुल 10 लाख लोगों से ज्यादा लोग पार्टी से जुड़ चुके हैं। शौकत ने कहा कि महाराष्ट्र में संपन्न हुए नगर निकाय चुनाव में उनकी पार्टी को बेहतर परिणाम मिले हैं। ऐसे में अब उनकी पार्टी की निगाह यूपी में होने वाले पंचायत चुनावों पर हैं। इसके लिए वे दलित संगठनों से भी टाई-अप कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पंचायत चुनाव में उतरकर वे जनता को जागरूक करेंगे और उन्हें समाजवादी पार्टी की गलत नीतियों के बारे में बताएंगे। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में हम विकास का मुद्दा, मुसलमानों से सपा ने जो वादे किए थे वह पूरे नहीं किए, निमेष कमीशन की रिपोर्ट, दंगों के बारे में और कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाएंगे।