सत्ता के लिए लोहिया-जेपी के चेले कांग्रेस के साथ बैठे: नरेन्द्र मोदी

parivartan rally
पटना। सिल्क के कपड़ों के लिए पूरी दुनिया में फेमस भागलपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भागलपुर रैली में आई भीड़ ने बिहार में गत वर्षों की कई रैलियों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। अब पॉलिटिकल पंडित हवा का रूख पहचान लेंगे। बिहार की जनता विकास के लिए वोट डालने का निर्णय कर चुकी और अब इस विजय यात्रा को कोई नहीं रोक सकता। चाहे कितने ही दल या नेता एक हो जाए और कितने झूठ, भ्रम और धोखे दिए जाएं, लेकिन अब बिहार के लोग विकासशील और प्रगतिशील बिहार बनाने, किसानों का कल्याण, माता-बहनों की रक्षा करने के लिए वोट डालने वाले हैं। 25 साल से जिन लोगों ने बिहार में राज किया, उन लोगों को अपने कामकाज का हिसाब देना चाहिए। 2019 में बिहार में दोबारा आकर मैं अपने कामकाज का हिसाब दूंगा। लोग वोट मांगने आएं तो जनता सवाल करे। बिहार के नौजवान को काम का हिसाब चाहिए।
पीएम ने कहा कि 25 साल तक बिहार में राज कर अपने कामकाज न हिसाब न देने वाले अब मुझसे जवाब मांग रहे हैं। यहां की सरकार में बैठे लोग अपने कामों और कारनामों का हिसाब देने को तैयार नहीं है। उन्होंने महागठबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो वादाखिलाफी करते हैं, वो आगे न जाने क्या-क्या करेंगे। राममनोहर लोहिया और उनके सब शिष्य देश को बचाने के लिए कांग्रेस के खिलाफ लड़ते रहे, लेकिन उन्हीं के चेले (लालू-नीतीश) सत्ता स्वार्थ के लिए परसों गांधी मैदान में कांग्रेस (सोनिया गांधी) के साथ बैठे थे। सत्ता के लालच में उनके चेलों ने उन महापुरूषों को तिलांजलि दे दी। अब चुनाव में इनके खिलाफ वोट डालकर बिहार के लोग इन्हें तिलांजलि देंगे। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि गांधी मैदान में हुई महागठबंधन की रैली में नेताओं ने 25 साल के कामकाज का हिसाब देने की बजाय केवल मोदी-मोदी किया गया। बिहार को दिए गए 1.25 हजार करोड़ रुपए के पैकेज का नेता मजाक करते रहे। लेकिन मुझे पैकेज के नाम पर गाली दे रहे, उन लोगों को भी पैकेज लाना पड़ा।
पीएम ने कहा कि मैं चाहता हूं कि राज्य और केंद्र में विकास की स्पर्धा हो। कुछ लोगों को झूठ बोलने की आदत नहीं जाती। पीएम ने कहा, करीब पौने चार लाख करोड़ रुपया फाइनेंस कमिशन से बिहार की झोली में आने वाले हैं। जरा इन लोगों से पूछना चाहिए कि एक लाख छह हजार करोड़ रुपया कहां जाएगा? क्या यह पैसा चारे के लिए लगाया जाएगा? सत्ता के नशे में चूर लोग समझ लें कि वह बिहार के लोगों को कभी मूर्ख नहीं बना सकते।