अब तक 11 बार सीबीआई की यादव सिंह से पूछताछ

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लखनऊ। (विसं.) उत्तर प्रदेश में अकूत संपत्ति के मालिक और करोड़ों के भ्रष्टाचार में संलिप्त नोएडा प्राधिकरण के निलंबित चीफ इंजीनियर यादव सिंह पर सीबीआई का शिकंजा हर रोज कसता ही जा रहा है। यादव सिंह पर सीबीआई के अफसर अब चौबीसों घंटे नजर रखे हुए हैं। सीबीआई यादव सिंह को अब तक 11 बार सीबीआई मुख्यालय बुला चुकी है। सीबीआई ने यादव सिंह, उनकी पत्नी कुसुम लता, बेटी, पार्टनर समेत अन्य लोगों को पूछताछ के लिए मुख्यालय में बुलाया। जहां उनके द्वारा अर्जित की गई सम्पत्ति के ब्यौरे के संबंध में जानकारी मांगी है। सीबीआई ने वर्ष 2004 से अब तक की कमाई से बनायी गई स पत्ति और कंपनियों में निवेश को लेकर पूछताछ की। घोटाले को लेकर सीबीआई मुख्यालय में दर्ज दो एफआईआर को लेकर नोटिस देकर सीबीआई अफसरों ने उनकी पत्नी कुसुम लता, बेटी गरिमा भूषण, बेटे सन्नी और पार्टनर राजेन्द्र मिनोचा को पूछताछ के लिए बुलाया था। उनके द्वारा बताई गई बातों की तस्दीक को लेकर सीबीआई ने उनकी पत्नी कुसुम लता से आमने-सामने पूछताछ की। सीबीआई अफसरों ने यादव सिंह और परिवार के सदस्यों के पास मौजूद सम्पत्ति के अलावा नोएडा में स्थित एक होटल और करीब एक दर्जन से अधिक कंपनियों में परिवार के सदस्यों के नाम से किए गए निवेश का ब्यौरा जुटाया। आईटीआर और अन्य संबंधित दस्तावेजों को खंगालने से कथित रूप से खुलासा हुआ है कि 2009-2014 की अवधि के दौरान तत्कालीन मुख्य अभियंता की कुल संभावित बचत एक करोड़ 70 लाख के करीब थी। जबकि उनके पास 3 करोड़ 60 लाख रूपए की अचल संपत्ति थी। सीबीआई को जानकारी मिली कि इसके अलावा उनके एक सहयोगी के पास से करीब 10 करोड़ रूपए है और जोकि कथित रुप से यादव सिंह के ही थे। उल्लेखनीय है कि घोटाले को लेकर सीबीआई मुख्यालय दिल्ली में यादव सिंह, उनके परिवार के सदस्यों और पार्टनर के खिलाफ दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई थी।