घर में हुआ विस्फोट, दंपत्ति समेत तीन की मौत

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विशेष संवाददाता
लखनऊ। पारा के डॉक्टर खेड़ा गांव स्थित एक घर में रविवार सुबह गैस सिलेंडर से निकली चिंगारी के चलते पास में रखे पटाखे में जबरदस्त विस्फोट हुआ। साथ में एक के बाद एक हुए धमाकों से पूरा इलाका दहल उठा। हादसे में दंपत्ति समेत तीन लोगों की झुलस कर मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। विस्फोट इतना जोरादार था कि मकान मलबे में तब्दील हो गया और सामने बने एक प्लाट की बाउंडरी उड़ गई। इस हादसे की खबर मिलते ही एसएसपी राजेश कुमार सहित कई पुलिस अधिकारी दो थानों की पुलिस, एटीएस एवं फोरेंसिक टीम के साथ पहुंच कर छानबीन की। पुलिस को मौके से पटाखों के टुकड़े मिले है। फोरेंसिक टीम अवशेषों के नमूने जांच के लिए भेजा दिया है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि मृतक दूध का कारोबार करते थे। एसएसपी का कहना है कि इस मामले की गहनता से पड़ताल की जा रही है। पुलिस तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बंथरा के हमीरपुर गांव निवासी 65 वर्षीय जुम्मन अपनी 55 वर्षीय पत्नी उमर जहां और 16 वर्षीय बेटी सिमरन जहां के साथ पारा के डॉक्टर खेड़ा स्थित सिद्घार्थनगर में मकान बनवा कर रहते थे। जुम्मन अपनी तीन बेटियों रेश्मा, पंकज एवं सन्नो की शादी कर चुके थे,जो अपने घर पर रहती हैं। बताया गया कि रविवार तड़के करीब 6,30 बजे जु मन की बेटी सिमरन गैस सिलेंडर पर चाय बनाने के लिए जैसे ही भगौना रखा कि सिलेंडर में आग लग गई। जब तक वह कुछ समझ पाती कि गैस सिलेंडर और घर में रखे पटाखे में विस्फोट हो गया। जिसके बाद कई धमके हुए। धमाके इतने तीव्र थे कि उनकी गूज पूरे इलाके में सुनाई दी। जबकि पूरा मकान मलबे में तब्दील हो गया और सामने बने एक प्लाट की बाउंडरी भी उखड़ गई। सुबह धमाके से पूरे डॉक्टर खेड़ा गांव में भगदड़ मच गई और स्थानीय लोग जु मन के घर की ओर भाग कर गये,लेकिन इससे पहले बना आशियाना चंद मिनट में खाक हो गया। वहां चारों ओर गैस सिलेंडर और पटाखे के बदबू आ रही थी। यह माजरा देखते ही स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना फायर ब्रिगेड और पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस लोगों की मदद से मलबे में दबे दंपत्ति व बेटी को किसी तरह निकाला, लेकिन बहुत देर हो चुकी थी। नतीजन जु मन,उनकी पत्नी उमर जहां और बेटी सिमरन दम तोड़ चुकीं थीं। एक साथ पिता,पत्नी और बेटी की मौत से पूरे क्षेत्र में कोहराम मच गया। इस दर्दनाक हादसे की जानकारी मिलते ही डीएम राजशेखर,आईजी जकी अहमद,डीआईजी डीके चौधरी के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी एटीएस और फोरेंसिक टीम,बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड मौके पर पहुंच कर गहन छानबीन की। अभी तक हादसे की ठोस वजह साफ नहीं हो सकी है कि यह विस्फोट गैस सिलेंडर से या फिर अवैध पटाखा बनाते समय हुआ। बताया गया कि डीएम ने संबधित अधिकारियों को पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। वहीं एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि एटीएस और फोरेंसिक टीम ने मौके से पटाखा बनाने के बारुद एवं फटे गैस सिलेंडर की सामाग्री के नमूने को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।