मुम्बई में शुरू हो गयी गणेश उत्सव की धूम

ganesh utsav
मुम्बई। गणेश उत्सव आते ही लोगों को मुम्बई की याद आ जाती है। आये भी क्यों न क्योंकि पूरे देश में गणेश उत्सव की धूम सबसे ज्यादा इसी शहर में होती है और हर जगह गणपति बप्पा मोरया की गूंज सुनाई देती है। मुम्बई में गणेश उत्सव के दौरान नजारा अलग ही हो जाता है पूरा शहर बिघ्नहर्ता की पूजा में जुट जाता है। आइये आपको बताते हैं मुम्बई के कुछ गणपति पंडालों के बारे में।
जीएसबी (गौड़ सारस्वत ब्राह्मण) सेवा मंडल के गणपति। सबसे अमीर गणपति हैं। करोड़ों का दान आता है। लेेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। महाराष्ट्र में सूखे को देखते हुए मंडल ने अपील की है कि लोग सोने-चांदी के आभूषण चढ़ाएं। बचत करें। मंडल ने इस बार कोई थीम नहीं रखी है। मूर्ति के सिर्फ हाथ, पैर और कान सोने के बनाए हैं। पिछली बार 80 किलो सोने से सजे थे।
2014 में जीएसबी के गणेश 80 किलो सोने से सजे थे। बीमा 259 करोड़ का था। 96 लाख की माला थी। यहां के प्रभादेवी में स्थित श्री सिद्धिविनायक गणेश मंदिर देश में स्थित सबसे पूजनीय मंदिरों में से एक है। आम आदमी हो या फिर कोई बॉलीवुड स्टार इस मंदिर में आने से नहीं चूकता। सलमान, एश्वर्या, करीना कपूर से लेकर क्रिकेटर युवराज सिंह और सचिन तक इस मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर को लेकर यह मान्यता है कि यहां जो भी मन्नत मांगी जाती है, वह पूरी होती है। मंदिर के अंदर एक छोटे मंडपम में भगवान गणेश के सिद्धिविनायक रूप की प्रतिमा प्रतिष्ठापित की गई है। छत पर लगा है सोने का लेप सिद्धिविनायक गणेश मंदिर के अंदर की छतें सोने के लेप से सुसज्जित की गई हैं। भगवान गणेश के ऊपर लगे सोने के छत्र का वजन 3.5 किलो है। इसे मुंबई का सबसे धनी मंदिर माना जाता है। शिखर पर लगे हैं स्वर्ण जडि़त मुकुट। पिछले दो दशकों में इस मंदिर का कई बार पुनर्निर्माण हो चुका है। वर्तमान में मंदिर की इमारत पांच मंजिला है और करीब 20 हजार वर्गफीट में फैली है। मंदिर का शिखर मुकुटों का एक समूह है, जिसमें 12 फीट के 47 स्वर्ण जडि़त मुकुट, नौ फीट के तीन और 33 फीट के तीन मुकुट हैं। मंदिर के दरवाजों पर अष्टविनायक को दिखाया गया है। यहां मकराना का मार्बल लगाया गया है। इसके अलावा मुम्बई में लालबाग चा राजा का पंडाल सबसे अधिक प्रसिद्ध है। यहां भी भक्तों की काफी आस्था जुड़ी है और इसकी शोहरत पूरे महाराष्टï्र में है।