मुंबई। मंहगाई की आग में झुलस रहे लोगों को राहत देने के बजाय राज्य सरकार ने टैक्स का बोझ और बढ़ा दिया है, जिससे कई उत्पादों पर इसका सीधा असर पड़ रहा है। महाराष्ट्र में बुधवार आधी रात से पेट्रोल, डीजल और शराब महंगे हो जाएंगे। राज्य सरकार ने इन पर अभिभार लगाने का फैसला किया है। पेट्रोल और डीजल पर दो रूपए का अभिभार लगाया गया है। हालांकि, 27 निगमों में लगने वाला स्थानीय निकाय कर अब लोगों नहीं देना पड़ेगा।
वित्त मंत्री मुनगानतीवर ने मीडियाकर्मियों को बताया कि प्रदेश 8 हजार करोड़ के घाटे में है, लेकिन हम अभी सिर्फ 1600 करोड़ इक_ा करना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि पेट्रोल, डीजल, सिगरेट, शराब और सोने पर लगाया गया अभिभार तर्कसंगत है क्योंकि ये चीजें अत्यावश्यक वस्तुओं में नहीं आतीं और किसानों के हितों के लिए प्रदेश के लोग इतने समझदार हैं कि वे ये अभिभार सहन कर सकते हैं। वित्त मंत्री ने बताया कि बेमौसम बारिश के कारण खराब हुई फसलों के लिए सरकार को किसानों को 421 करोड़ रूपए मुआवजे के तौर पर देने हैं। वहीं घरों को ठीक करने के लिए 20 करोड़ रूपए, फसल बीमा के लिए 690 करोड़ रूपए, कर्ज पर लगने वाले ब्याज को माफ करने के लिए 60 करोड़ रूपए, ऋणों के भुगतान के लिए 117 करोड़ रूपए, किसानों की सहायता के लिए 1,072 करोड़ रूपए और खाद्य सुरक्षा के तहत गेंहू और चावल 2 और 3 रूपए में देने के लिए 950 करोड़ रूपए की जरूरत है।