बाराबंकी। जिले में डायरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। डायरिया से एक बच्ची की मौत हो गयी है। दर्जनो लोग जिला अस्पताल में डायरिया के मरीज भर्ती है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर पेट दर्द, उल्टी की दवाईयां स्वास्थ्य केन्द्रो पर नही मिल पा रही है। मरीज दवाईयां बाहर से लाने को विवश है। जैदपुर कस्बे व आस-पास के ग्रामीण उल्टी, दस्त से ज्यादा परेशान है। डायरिया से पीडि़त मुख्तार की दस वर्षीय पुत्री की मौत हो गयी। ग्रामीण क्षेत्र से ज्यादातर मरीज यहां अस्पताल में भर्ती हो रहे है। इस भीषण गर्मी में मरीज भी बेहाल है। सीएचसी पर मरीजो का सुचारू रूप से इलाज नही हो पा रहा है। चिकित्सक भी सीएचसी पर लापरवाही बरतते है। इस समय जिला अस्पताल में बुखार, उल्टी, दस्त, डायरिया, चर्म रोग के मरीजो की लम्बी लाइन लगती है। पहले मरीज पर्चा बनवाने के लिये लाइन लगती है। फिर डाक्टर के कक्ष मे लाइन लगाकर अपनी बीमारी दिखाता है तब दवा लेने के लिये मरीजो को घंटो लाइन मे खड़ा रहना पड़ता है। इधर जो मरीज भर्ती है उनका चिकित्सक इलाज कर रहे है परन्तु मरीजो को अस्पताल से अच्छी दवाये नही मिल पाती है इसलिये लोग मजबूरन बाहर से दवा लाकर अपने मरीज को देते है।