ऋचा सिंह बनी इविवि छात्रसंघ की अध्यक्ष

allvvइलाहाबाद। इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव इस बार कई मायनों में खास रहा। प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी सपा से जुड़े समाजवादी छात्रसभा चुनाव से बाहर नजर आयी। वर्ष 1927 के बाद यानि 88 साल बाद कोई छात्रा इविवि छात्रसंघ की अध्यक्ष बनीं। इविवि अध्यक्ष पर ऋचा सिंह ने बाजी मारी है। वहीं छात्रसंघ के इतिहास में पहली बार विश्वविद्यालय के चार अन्य अहम पदों पर भगवा परचम लहराया। वहीं इस चुनाव में वामपंथी संगठन से जुड़े आइसा, एसएफआइ व एआइडीएसओ जैसे संगठन हाशिए पर रहे। इनका कोई प्रत्याशी जीत हासिल करना तो दूर ठीक से लड़ भी नहीं पाया। जबकि हर बार इनका कोई न कोई प्रत्याशी जीत हासिल करता रहा है।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में एबीवीपी को मिली शानदार जीत की धमक इलाहाबाद में भी नजर आयी। यहां भी बतौर एबीवीपी प्रत्याशी उपाध्यक्ष पद पर विक्रांत सिंह, महामंत्री पर सिद्धार्थ सिंह गोलू, सांस्कृतिक सचिव पर जितेंद्र शुक्ल कवि विशाल, संयुक्त सचिव पर श्रवण जायसवाल को जीत हासिल हुई। जबकि इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ में 2014 में हुए चुनाव में एबीवीपी प्रत्याशी नवदिव्य कुमार मंगलम को संयुक्त मंत्री पद पर जीत मिली थी। अध्यक्ष पद पर प्रत्याशी लगातार दो चुनावों से दूसरे व तीसरे नंबर पर रहे। इस बार भी अध्यक्ष प्रत्याशी सर्वम द्विवेदी तीसरे नंबर पर रहे। एबीवीपी के चुनाव प्रभारी पवन उपाध्याय ने इसे छात्रों की जीत बताया, कहा कि हमारे पदाधिकारी विश्वविद्यालय की गरिमा बढ़ाने एवं कमियों को दूर करने का पुरजोर प्रयास करेंगे।