बिहार के 3739 सरकारी स्कूलों में नहीं चल रही मिड डे मील योजना

mid day meal

पटना। राज्य के 3739 प्रारंभिक विद्यालयों में मिड डे मील योजना नहीं चल रही है। इसके कई कारण हैं। कहीं पर राशि के अभाव में तो कहीं पर अनाज की कमी के चलते यह योजना बाधित है। कुछ जगहों पर विद्यालय शिक्षा समितियों और स्थानीय स्तर पर विवाद की वजह से मिड डे मील बंद है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मिड डे मील योजना के राज्य निदेशक संजीवन सिन्हा ने सभी जिलों को आदेश दिया है कि संबंधित विद्यालयों में सप्ताह भर के अंदर मिड डे मील को जल्द शुरू कराएं। इस मामले में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निदेशक ने अपने आदेश में कहा है कि राशि और अनाज की कमी नहीं है, लेकिन प्रधानाध्यापकों एवं प्रधान शिक्षकों द्वारा राशि और अनाज संबंधी समय से रिर्पोटिंग नहीं करने से योजना प्रभावित हो रही है। इसमें दोषियों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई होगी। यदि जिला एवं प्रखंड संसाधन केन्द्र के स्तर पर एकाउंटेंट द्वारा नामांकित बच्चों और लाभार्थियों की संख्या से छेड़छाड़ की जाती है तो उनके विरुद्ध भी दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। मिड डे मील योजना के कार्यान्वयन संबंधी समीक्षा रिपोर्ट में 836 ऐसे प्रारंभिक विद्यालय पाए गए हैं, जहां राशि की कमी के चलते मिड डे मील योजना प्रभावित है। 180 ऐसे विद्यालय हैं जहां अनाज के अभाव में मिड डे मील बंद है। 91 विद्यालयों में रसोइयों के नहीं होने से योजना बाधित है, जबकि 632 ऐसे विद्यालय हैं जहां विद्यालय शिक्षा समितियों के आपसी विवाद और अन्य कारणों से योजना प्रभावित है।