पटना। बिहार चुनाव का चुनाव प्रचार जहां एक ओर हाईटेक हो चुका है वहीं चुनाव आयोग भी चुनावी गड़बडिय़ों को रोकने के लिए फुलप्रूफ व्यवस्था में लगा है। चुनाव में इस बार आयोग आसमान से लेकर जमीन तक निगहबानी करेगा। बिहार में होने वाले चुनावों में धांधली को देखते हुए चुनाव आयोग ने चुनावों की निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने का निर्णय किया है। बिहार में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को जहां देश की दशा-दिशा तय करने वाला करार दिया जा रहा है वहीं इन सबके बीच चुनाव आयोग ने कमर कस ली है। एक वरिष्ठï अफसर के अनुसार आयोग पहली बार इन चुनावों की निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करेगा।
बिहार के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी आर. लक्ष्मणन ने बताया कि चुनाव सर्वेक्षण के लिए पहले हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया जा चुका है लेकिन इस बार ड्रोन का इस्तेमाल शायद पहली बार किया जा रहा है। राज्य में विधानसभा चुनावों की प्रक्रिया 12, 16, 28 अक्टूबर, एक नवंबर और पांच नवंबर को पांच चरणों में पूरी की जाएगी। मतों की गणना आठ नवंबर को होगी। लक्ष्मणन ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखना, पैसों का दुरुपयोग, आदर्श आचार संहिता लागू करना और मतदाताओं की भगीदारी बढ़ाना निश्चित रूप से सबसे बड़ी चुनौती होगी। चुनाव तैयारियों के निरीक्षण के लिए लगभग चार लाख 89 हजार असैनिक अधिकारियों और छह लाख सुरक्षा सैनिकों को तैनात किया गया है। राज्य के 62,779 मतदान केंद्रों में छह करोड़ छह लाख मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे जिनमें तीन करोड़ एक लाख महिला मतदाता शामिल हैं।