मोदी की डिजिटल क्रांति: आएएसएस ने बनाया मोबाइल एप

rss-app.कोटा। पीएम नरेन्द्र मोदी के डिजिटल अभियान से उत्साहित आरएसएस भी इस फील्ड में उतर आया है। संघ से लोगों को जोडऩे के लिए संगठन ने मोबाइल एप का सहारा लिया है। संघ ने नए स्वयंसेवक तैयार करने और पुरानों को फिर से जोडऩे के लिए मोबाइल तकनीक का हाथ थामा है। एप्स के जरिए स्वयंसेवकों को शाखाओं से लेकर मंत्र और प्रार्थनाओं तक की सारी जानकारी मुहैया कराई जा रही है। आरएसएस से जुडऩे के लिए अब तड़के उठकर शाखाओं में जाने की जरूरत नहीं हैं। भाजपा की तरह अब संघ भी हाईटेक हो गया है। बदलते जमाने के साथ कदमताल करने के लिए संघ ने आरएसएस मोबाइल और आईटी मिलन नाम से दो मोबाइल एप्स लॉन्च किए हैं। संघ गीत और सप्ताह भर की प्रमुख गतिविधियों के वीडियो जब मन चाहे देख और सुन सकते हैं। यानी स्वयंसेवक अब घर बैठकर सारी प्रार्थनाएं, बौद्धिक और शारीरिक गतिविधियां सम्पन्न कर सकेंगे। वह भी महज एक क्लिक पर। शाखाओं पर होने वाले खेलों (शारीरिक) की भी यहां विस्तृत जानकारी दी गई है। दो दर्जन से ज्यादा खेल और उन्हें खेलने के फायदे बताए गए हैं।
एप्स के जरिए सर संघ चालक से जुड़ी जानकारियां हासिल करने के साथ ही आईटीसी और ओटीसी शिविरों में मिले पुराने साथियों के नाम पते तलाशने की सुविधा भी मुहैया कराई गई है। इसके बाद भी आपका मन न भरे तो घर के नजदीक लगने वाली शाखा का ठिकाना भी पता कर सकते हैं। हालांकि राजस्थान में अभी सिर्फ जयुपर, जोधपुर और उदयपुर में लग रही शाखाओं की जानकारी ही इस मोबाइल एप पर मिल सकती है, लेकिन कोई स्वयंसेवक अपने शहर की जानकारी अपलोड करना चाहता है तो उसका विकल्प भी यहां दिया गया है।