नये मिशन पर प्रियंका: अब होगा ग्राउंड पर काम

विशेष संवाददाता, लखनऊ। तीन दिन, 45 घंटे और 37 लोकसभा सीटें। कार्यकर्ताओं से फीडबैक में हर कोई कमोबेश यही कहता, दीदी हम गठबंधन न करें तो बेहतर होगा। सपा संग विधानसभा चुनाव में गठबंधन किया तो सात पर सिमट गए। इस बार सावधानी बरतनी होगी। कार्यकर्ताओं के कुछ ऐसे ही जवाबों और सवालों के लंबे दौर के बाद प्रियंका गांधी गुरुवार की तय बैठकें शुक्रवार सुबह साढ़े चार बजे तक निपटाने के बाद नई दिल्ली वापस लौट गईं। जानकारी के अनुसार अब प्रियंका गांधी अपने नये मिशन पर लग गयी हैं और अब ग्राउंड पर काम करने की नसीहत कार्यकर्ताओं केा दी गयी है।
उन्होंने मैराथन बैठकों में हर जिले के नेताओं-कार्यकर्ताओं के साथ सिलसिलेवार लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की। संगठन को संजीवनी देने के उपायों पर चर्चा की तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें चुनावी गठबंधन न करके सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लडऩे की राय दी। चुनाव लडऩे के कार्यकर्ताओं के आग्रह को उन्होंने विनम्रता से टाल दिया। गुटबाजी से ऊपर उठकर पार्टी प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने की अपील भी की।अधिकांश जिलों के कार्यकर्ताओं ने प्रियंका गांधी से सपा-बसपा से गठबंधन न करने का आग्रह किया। कार्यकर्ताओं ने खुलकर कहा कि अगर 2017 में समाजवादी पार्टी से गठबंधन न किया होता तो कांग्रेस की कम से कम 50 सीट आतीं और भाजपा 250 के पार न जाती।