फर्जी एचएसआरपी का धंधा जोरों पर

श्यामल मुखर्जी/दिनेश शर्मा, गाजियाबाद। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) को लेकर किसी तरह की गफलत में ना रहे। किसी के झांसे में आने या किसी दलाल के पास जाने की जरूरत नहीं है। घर बैठे मोबाइल से ऑनलाइन एचएसआरपी बुक करें। शुक्रवार को यह बातें गाजियाबाद संभागीय परिवहन अधिकारी अरुण कुमार ने बताई । उन्होंने बताया कि एचएसआरपी की साइट पर जाकर ही ऑनलाइन बुक की जाती है। एचएसआरपी निर्माताओं की यही दो अधिकृत वेबसाइट है। इसके अलावा कोई कुछ भी कहे तो उसकी बातों में ना फसें। जिले में लोग जगह-जगह नंबर प्लेट बनाने की दुकान खोल कर बैठे हैं। यह लोग एचएसआरपी बनवाने की बात कहते हैं। उसके नाम पर लोगों से मोटी रकम लेते हैं और थमा देते हैं फर्जी एचएसआरपी। आरटीओ अरुण कुमार ने कहा कि कोई भी वाहन स्वामी इन ठगों के झांसे में ना आए। चेकिंग के दौरान फर्जी नंबर प्लेट तुरंत पकड़ में आ जाती है इसलिए डीलर द्वारा अधिकृत कंपनी की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फीस जमा करके ही एचएसआरपी के लिए आवेदन करें। अगर आपने ना तो हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) लगवाई है और ना ही उसके लिए आवेदन किया है तो 1 दिसंबर से आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। गाजियाबाद परिवहन कार्यालय में वाहन संबंधी आपका कोई काम नहीं होगा। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) विश्वजीत प्रताप सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर सभी वाहनों पर एचएसआरपी लगवाना सुनिश्चित करने के लिए यह सारी कवायद की जा रही है। एचएसआरपी न लगवाने और न उसके लिए आवेदन करने वाले लोगों के वाहनों की 1 दिसंबर से फिटनेस जांच, पंजीयन का नवीनीकरण,अनापत्ति प्रमाण पत्र,नया परमिट,परमिट की द्वितीय प्रति,परमिट नवीनीकरण,अस्थाई परमिट,विशेष परमिट,राष्ट्रीय परमिट समेत परिवहन कार्यालय से संबंधित कोई काम नहीं होगा।