कारगिल विजय दिवस पर राज्यपाल ने युद्धवीरों को दी श्रद्धांजलि

gover
लखनऊ। कारगिल युद्ध में देश का परचम लहराने वाले अमर शहीदों को विजय दिवस पर लखनऊ छावनी स्थित मध्य कमान के युद्ध स्मारक ‘स्मृतिकाÓ पर सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की गई। छावनी में रविवार को भव्य श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रामनाईक, मध्य कमान के स्टाफ अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल जीएस शेरगिल ने युद्ध स्मारक ‘स्मृतिकाÓ पर पुष्प चक्र अर्पण कर व सलामी देकर शहीद जांबाज सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान मध्य कमान के वरिष्ठ सैन्यधिकारियों सहित लखनऊ गैरिसन के जवानों ने भी युद्ध स्मारक ‘स्मृतिकाÓ पर पुष्पांजलि अर्पित कर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। पुष्पचक्र अर्पण के बाद विगुलर ने शोक ध्वनि बजाया व शहीद सैनिकों की दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। इस अवसर पर सेना के बैंड द्वारा देशभक्ति के गीत भी बजाये गये। राज्यपाल राम नाईक ने वर्ष 1999 के कारगिल युद्ध के मार्मिक घटनाओं को याद किया। उन्होंने कहा कि तब उन्होंने केंद्र सरकार में पेट्रोलियम मंत्री के रूप में कार्य करते हुए कारगिल के शहीद सैनिकों के परिजनों को पेट्रोल पम्प व एलपीजी डीलरशिप आवंटित की थी। कार्यक्रम के बाद छावनी के करियप्पा मार्ग पर स्थित सूर्या सैनिक संस्थान में ‘रक्तदान शिविरÓ का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। शिविर में एकत्र किया गया रक्त, लखनऊ के विभिन्न ब्लड बैंकों को दान किया जायेगा। शाम को युद्ध स्मारक ‘स्मृतिकाÓ आम लोगों के लिए खुला रहा। इस दौरान शहर के जन सामान्य लोगों सहित भूतपूर्व सैन्यधिकारी, सशस्त्र बलों के जवान, भूतपूर्व सैनिक, स्कूली बच्चे व उनके परिवारों ने उन वीर शहीदों की याद में मोमबत्ती प्रज्जवलित कर श्रद्धांजलि दी जिन्होंने हमारी मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राणों का बलिदान कर दिया। समारोह के अंत में सैनिकों के लिए बड़ाखाना आयोजित किया गया।
मालूम हो कि वर्ष 1999 का वह ऐतिहासिक दिन जब भारतीय सेना के जाबांज सैनिकों ने लगातार 60 दिनों की लड़ाई के बाद लद्दाख क्षेत्र से लेकर हिमालय तक अत्यन्त दुर्गम व जोखिम और ग्लेशियर से भरे गगनचुंबी चोटियों पर स्थित चैकियों पर सफलता पूर्वक फतेह हासिल की थी। कारगिल युद्ध के इस ऐतिहासिक व शानदार विजय के उपलक्ष्य में हर साल 26 जुलाई को पूरे देश में ‘कारगिल विजय दिवसÓ धूमधाम से मनाया जाता है।