हिंदू नववर्ष मनाने पर माकपा के पेट में मरोड़

mkpनई दिल्ली। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने लोकसभा में आजादी के बाद पहली बार हिंदू नव वर्ष मनाने की आलोचना की है। लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन की ओर से विक्रम संवत को हिन्दू नव वर्ष के रूप में मनाए जाने की तीखी आलोचना करते हुए माकपा ने कहा है कि यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एजेंडे के तहत मनाया जा रहा है। संसद परिसर में माकपा के उप नेता मोहम्मद सलीम ने कहा कि सरकार जॉर्जियन कैलेंडर के हिसाब से चलती है, लेकिन पहली बार किसी लोकसभा अध्यक्ष ने हिन्दू नव वर्ष मानते हुए सांसदों को भोज पर आमंत्रित किया है, यह आरएसएस के एजेंडे के तहत किया जा रहा है।
माकपा के लोकसभा में उप नेता मोहम्मद सलीम मंगलवार को कहा कि लोकसभा अध्यक्ष हिन्दू नव वर्ष मना रही हैं, कल राज्यपाल भवन और मंत्रालयों में भी इस तरह हिन्दू नव वर्ष मनाया जाएगा।
माकपा नेता सलीम कहा कि देशी कैलेंडर में विक्रम संवत और शक संवत का भी जिक्र है, इसलिए केवल विक्रम संवत को हिन्दू नव वर्ष कैसे कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि गुजरात में नव वर्ष तो दिवाली से शुरू होता है तो क्या गुजरात भारतीय या हिन्दू कैलेंडर से बाहर हैं। उन्होंने कहा कि चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य से विक्रम संवत की शुरुआत होती है, उस समय तो हिन्दू शब्द था भी नहीं। शिवसेना की ओर से आरएसएस प्रमुख मोहन भगवत को राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार के रूप में पेश किए जाने के सवाल पर सलीम ने कहा कि शिवसेना यह नाम उछाल कर लोगों का टेस्ट कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर भगवत को राष्ट्रपति का उम्मीद वर बनाया गया तो उनकी पार्टी इसका खुलकर विरोध करेगी।