लखनऊ की सडक़ों पर कार्यकत्रियों का तांडव

 

 

लखनऊ। आंगनबाड़ी कर्मचारी एवं सहायिका एसोसिएशन के बैनर तले सैकड़ों कार्यकत्र्रियां एकत्र हुईं। विधानसभा के पास भीड़ बढ़ती देख प्रसाशन ने इनकी प्रदेश अध्यक्ष गीतांजलि मौर्या समेत सभी बड़ी नेताओं को हिरासत में लेकर हजऱतगंज के महिला थाने पहुंचा दिया। अपने नेताओं को हिरासत में लिये जाने और मांगों को नहीं माने जाने से नाराज इन लोगों ने हजऱतगंज चौराहे को जाम कर दिया।
यह हाल देख कर पुलिस जैसे-तैसे स्कूली बच्चों और एम्बुलेंस को निकाल सकी। प्रदर्शन को बढ़ता देखकर और पुलिस बल को मौके पर बुला लिया गया। ये लोग अपने मानदेय को बढ़ाने के लिए विगत कई दिनों से धरने पर बैठी थीं। इस दौरान मुख्यमंत्री समेत अन्य लोगों से भी इनकी कई दौर में वार्ता भी हुई, पर कोई नतीजा नहीं निकल सका।
प्रदेश भर की सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकत्र्रियां अपनी इन्हें मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए लखनऊ आई थीं। एसोसिएशन की गिरफ्तार नेता इंदु वर्मा ने बताया कि हम लोग शांतिपूर्वक भाजपा कार्यालय में वार्ता के लिए जा रहे थे, तभी प्रशासन के आला अधिकारियों ने हमें जबरन पुलिस गाड़ी में बिठा दिया और महिला थाने ले आईं।
जब पुलिस की कहीं नहीं चली तो वह पार्क में बैठी कुछ आंगनबाड़ी कार्यकत्र्रियों को बेवजह खदेडऩे लगी। इस दौरान महोबा जिले की 65 वर्षीय उर्मिला और पार्वती को चोट भी लग गई। उर्मिला ने बताया कि वह लोग थक जाने की वजह से पार्क में पीपल के पेड़ के नीचे बैठे थे। तभी पुलिस के कुछ लोगों ने उनको वहां से खदेड़ दिया। पुरुष पुलिस ने लाठी भी चलाई जिसमें इन लोगों को चोट लग गई।