एक हजार करोड़ से अधिक का है राधे मां का इम्पायर

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मुम्बई। भारी मेकअप और महंगे साड़ी-गहनों से लदी रहने वाली राधे मां को अनुयायी मां दुर्गा का अवतार मानते है जबकि खुद उन्हीं विरादरी वाले साधु संत अभी तक अपने पंथ में अपना नहीं पाये हैं। करीब एक हजार करोड़ से अधिक की मालकिन राधे मां और विवादों का साथ चोली दामन का रहा है।
मालूम होकि राधे मां नामक इस महिला के दर्शन और आशीर्वाद के लिए लोग अच्छी-खासी कीमत चुका रहे है। फेसबुक पर परम श्रद्धेय श्री राधे मां नाम से बने इनके अकाउंट को लगभग सैकड़ों लाइक रोज मिलती है। मुंबई में इनके अनुयायियों में कई बड़े फिल्म और टीवी कलाकार शामिल हैं। बता दें कि राधे मां का जन्म पंजाब के होशियारपुर जिले के एक सिख परिवार में हुआ था। इनकी शादी एक समृद्ध और मुकेरिया निवासी किसान व्यापारी सरदार मोहन सिंह से हुई ,शादी के कुछ दिन बाद इनकी मुलाकात वहीं शिव मंदिर के महंत रामदीन दास से हुई। महंत रामदीन दास ने राधे मां की धार्मिक प्रतिभा को पहचानते हुए कुछ शिक्षा दी। महंत रामदीन के प्रभाव में आने के बाद ये राधे मां बन गईं। भक्त उन्हें सत्संग, जागरण, पूजा और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों के लिए बुलाने लगे। राधे मां का जलवा देश के अलावा विदेशों में फैला हुआ है। राधे मां ग्लोबल मीडिया विज्ञापन के कारोबार से जुड़ी है। मुंबई में बोरीवली पश्चिम में रेलवे स्टेशन से 10 मिनट की दूरी पर स्थित ‘राधे देवी माँ भवन है, जिसे संजीव गुप्ता ने बनवाया है जोकि ग्लोबल मीडिया कंपनी के मालिक हैं। इसके ग्राउंड फ्लोर पर एक बड़ा सा हॉल है, जिसे ‘माता की चौकी कहा जाता है। राधे मां यहीं भक्तों को अपने दर्शन देती हैं। राधे मां दुल्हन की तरह सज संवर कर आती हैं और पूरे समय तक झूमती रहती हैं। उनके मंच के चारों ओर बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी झूमते रहते हैं। किसी भक्त पर मां जब बहुत खुश हो जाती हैं तो वह झूमते-झूमते उसकी गोद में कूद जाती हैं। बताया जाता है कि जिस भक्त की गोद में वह छलांग लगाती हैं वह बहुत भाग्यशाली होता है और उसकी सभी मन्नतें तत्काल पूरी हो जाती हैं।यही नहीं उनके भक्तों में कई राजनीतिज्ञ भी शामिल है। ऊंची पहुंच रखने वाले उनके भक्तों की सूची काफी लंबी है। विदेशों में भी उनके भक्तों की संख्या अच्छी- खासी है। पिछले दिनों उनकी कुल संपत्ति एक हजार करोड़ से अधिक की आंकी गई थी।