मोदी के गढ़ में जीएसटी का विरोध

narenda modi
गुजरत। मोदी सरकार के गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) को लेकर उनके राज्य गुजरात से ही विरोध के स्वर बुलंद हो रहे हैं। केंद्र सरकार ने गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स से होने वाली कमाई को राज्यों के बीच बंटवारे का जो फॉम्र्युला पेश किया है, उस पर गुजरात सरकार ने आपत्ति जताई है। वर्तमान समय में राज्य की वैट और अन्य राज्यगत करों से करीब 62,000 करोड़ प्रति वर्ष कमाई हो रही है जिसमें से 45,000 करोड़ रुपये अकेले वैट से वसूली होती है। केंद्रीय टैक्सों में इसका हिस्सा करीब 14,000 करोड़ रुपये है। राज्य सरकार चाहती है कि टैक्स राजस्व में कम से कम 20 फीसदी प्रति वर्ष ग्रोथ के साथ करीब 76,000 करोड़ रुपये मिले। गुजरात की जो मुख्य आपत्ति है वह यह है कि गुजरात एक मैन्युफैक्चरिंग राज्य है जबकि टैक्स उपभोक्ता टैक्स मॉडल पर आधारित है। इससे राज्य को सेंट्रल सेल्स टैक्स में 2 फीसदी नुकसान के साथ-साथ अन्य टैक्सों से होने वाली कमाई का भी नुकसान होगा।