टिकैत बोले: एमएसपी पर फैसले तक चलेगा आंदोलन

नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बुधवार को कहा कि जब तक गारंटीशुदा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) कानून नहीं बन जाता, तब तक किसान गांव नहीं लौटेंगे। उन्होंने सरकार से अफवाह न फैलाने और संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) को विभाजित नहीं करने का प्रयास करने का आग्रह किया। उन्होंने पूछा, ”ऐसा लग रहा था कि सरकार चाहती है कि किसानों से बात किए बिना ही आंदोलन समाप्त हो जाए। सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या दिल्ली के दरवाजे किसानों के लिए बंद हैं। अगर ऐसा है, तो क्या किसान सरकार के लिए अपने दरवाजे बंद कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ”जब आंदोलन अपने समापन की ओर बढ़ रहा था, तो सरकार को जलसाज़ी में शामिल नहीं होना चाहिए। हम टेबल पर बात करने के लिए तैयार हैं। एसकेएम था, है और रहेगा।” उन्होंने कहा, “भविष्य का रास्ता तय करने के लिए हम 4 दिसंबर को बैठक कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ”आंदोलन अपने अंतिम दौर में था और किसानों को इसके लिए तैयार रहना चाहिए और बड़ी संख्या में मोर्चा तक पहुंचना चाहिए। एक अफवाह फैलाई जा रही है कि संसद में कृषि कानूनों को निरस्त करने के बाद किसान घर लौट रहे हैं। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि किसान दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डालना जारी रखे हैं क्योंकि केवल एक मुद्दा सुलझाया गया है।”