खट्टर बोले: मुसलमानों, देश में रहना है तो बीफ को कहो ना

नेशनल डेस्क। देश में बीफ पर बवाल कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बीफ के चलते यूपी सुलग गया था और कई जिलों में हिंसक वारदातें हुईं। कई राज्यों में इसको लेकर अभी भी बहस जारी है। इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने कहा है कि बीफ गौमांस नहीं है। गौमांस और बीफ में अंतर है। बीफ भैंस या गधे, किसी भी जानवर का मांस हो सकता है। गूगल पर चेक किया जा सकता है, बीफ और गौमांस में बहुत अंतर है। तेजस्वी ने ये बयान अपने पिता लालू यादव के उस बयान की सफाई में दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हिंदुओं में भी बीफ खाने का प्रचलन है। लालू यादव ने ये बयान दादरी में गौमांस खाने के शक में हुई अखलाक की हत्या के बाद दिया था।
दूसरी ओर, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि देश में मुसलमान रह सकते हैं लेकिन इसके लिए उन्हें बीफ खाना छोडऩा होगा। उन्होंने दादरी कांड को गलत बताते हुए इसे गलतफहमी का नतीजा बताया। उन्होंने कहाकि मुस्लिम रहें मगर इस देश में बीफ खाना छोडऩा ही होगा उनको। यहां की मान्यता है गाय। दादरी मामले पर खट्टर ने कहाकि गलतफहमी के कारण ऐसा हुआ दोनों तरफ से गलतियां हुई। ऐसा नहीं होना चाहिए था। उन्होंने दावा किया कि पीडि़त ने गाय को लेकर हल्की टिप्पणी की जिसके चलते लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची और उन्होंने उस पर हमला कर दिया। लेकिन मैं कहता हूं कि किसी व्यक्ति को मारना और उस पर हमला करना गलत है। हालांकि खट्टर ने इस घटना की तुलना करते हुए कहाकि यह वैसे ही है जैसे किसी की मां को मारा जा रहा हो या फिर बहन से छेड़छाड़ हो। उन्होंने कहाकि सांस्कृतिक रूप से हम लोकतांत्रिक हैं। लोकतंत्र में आजादी होती है लेकिन आजादी की एक हद होती है।