आगरा एक्सप्रेस- वे ट्रैफिक मैनेजमेंट से होगा लैस

cs 26 oct

लखनऊ। यूपी के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने कहा कि आगरा-लखनऊ प्रवेश नियंत्रित एक्सप्रेस-वे (ग्रीन फील्ड) के दोनों ओर यातायात पर नियंत्रण रखने हेतु, यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधायें प्रदान करने तथा मार्ग सुरक्षा को सुदृढ़ करने हेतु हाई-वे ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम स्थापित करायें। उन्होंने कहा कि मार्ग दुर्घटना की स्थिति में घायल व्यक्तियों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु वे साइड एमेनेटीज के दो स्थलों पर ट्रॉमा सेण्टर की स्थापना कराने के साथ-साथ सड़क मार्ग के प्रत्येक 60 किलोमीटर पर 1 एम्बुलेंस हर समय उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करायी जायें। उन्होंने कहा कि सड़क मार्ग से गुजरने वाले यात्रियों को सम्बन्धित शहरों को दर्शाने हेतु साइन बोर्ड अवश्य लगावाये जायें। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे सड़क मार्ग के गंगा व यमुना पर निर्मित होने वाले चार पुलों में से 2 पुलों का कार्य प्रारम्भ हो जाने के फलस्वरूप वर्तमान माह अक्टूबर माह के अन्त तक अवशेष 2 पुलों में भी निर्माण कार्य प्रारम्भ कराकर आगामी 5 माह में गुणवत्ता के साथ कार्य को पूर्ण कराया जाये।
उन्होंने कहा कि वह शीघ्र ही वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सड़क मार्ग के निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण भी करेंगे। उन्होंने कहा कि यातायात गतिविधियों पर निगरानी रखने हेतु मार्ग पर आवश्यकतानुसार सीसीटीवी कैमरे भी लगवाये जायें। उन्होंने कहा कि दूरस्थ स्थानों पर सिग्नल न मिलने के कारण सेल फोन बहुधा कार्य नहीं करते हैं, इसलिये त्वरित एवं आत्मनिर्भर संचार व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु मार्ग की पूरी लम्बाई में मोबाइल, रेडियो कम्प्यूनिकेशन सिस्टम की स्थापना करायी जाये। मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीडा नवनीत सहगल ने बताया कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे मार्ग पर हाई-वे ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के अन्तर्गत आपात स्थिति में कण्ट्रोल रूम से सीधे सम्पर्क करने हेतु प्रत्येक 2 किलोमीटर पर इमरजेन्सी कॉल बॉक्स की स्थापना करायी जायेगी। सड़क मार्ग के 6 स्थानों पर तापमान, मौसम एवं हवा की गति व दबाव, पेवमेन्ट का तापमान आदि की लगातार जानकारी प्राप्त करने हेतु स्वचालित मीटिरियोलोजिकल स्टेशन की स्थापना भी करायी जायेगी। उन्होंने बताया कि समस्त संसाधनों के समन्वय हेतु सुगम एवं सुरक्षित यातायात व्यवस्था सुनिश्चित कराने हेतु टोल प्लाजा पर (एक स्थान पर) आधुनिक तकनीक के यंत्रों से सुसज्जित कण्ट्रोल सेण्टर की स्थापना की जायेगी।