डेस्क। यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान दो हजार के अधिक आचार संहिता के उल्लंघन की एफआईआर दर्ज हुई है। इतनी ही नहीं, पुलिस ने इस दौरान 100 करोड़ से अधिक कैश और 60 करोड़ से अधिक की अवैध शराब बरामद की है। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन के लिए कुल 2,145 प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसके अलावा आठ जनवरी को चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद से 103.56 करोड़ रुपये नकद, 48.47 करोड़…
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सातवें चरण के चुनाव में दागी प्रत्याशियों की भरमार
प्रोफ़ेसर त्रिलोचन शास्त्री । उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के सातवें चरण में चुनाव लड़ने वाले 613 में से 607 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है जो 54 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे है। वही 6 उम्मीदवारों का शपथपत्र स्पष्ट ना होने के कारण उनका विष्लेषण नहीं किया जा सका।उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामले 607 में से 170 (28 %) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये है वहीं गंभीर आपराधिक मामले 131 (22 %) है।उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामले दलवार इस प्रकार है समाजवादी पार्टी के 45 में से 26 (58 %), बीजेपी के 47 में से 26 (44 %), बसपा…
Read Moreकैंसल वोटों पर ईवीएम ने लगाई लगाम
चुनाव डेस्क। इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) ने बड़े पैमाने पर निरस्त (बर्बाद) होने वाले मतों (वोट) पर लगाम लगा दी है। पूर्व में तमाम मतदाता ऐसे होते थे जो अज्ञानतावश या फिर प्रतिद्वन्दिता के चलते मत पत्रों पर एक से अधिक मुहर लगा दिया करते थे। या फिर मत फाड़ दिया करते थे अथवा रोसनाई (स्याही) गिरा दिया करते थे जिससे मत खराब या निरस्त हो जाया करता था। इसके अलावा कई अन्य कारण भी थे जिससे लाखों मत निरस्त हो जाया करते थे। परन्तु जैसे-जैसे चुनावों में ईवीएम का…
Read Moreपहले चरण का मतदान कल: कौन मारेगा मैदान
अमृतांशु मिश्र। यूपी विधानसभा के लिए गुरुवार को पहले चरण में वोट डाले जाएंगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पहले चरण में 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान होना है। इन सभी सीटों पर प्रचार थमने के बाद सबसे बड़ा सवाल यह है कि- कौन जीतेगा मैदान? पिछली बार विपक्ष का सफाया करने वाली भाजपा क्या 2017 का रिकार्ड दोहरा पाएगी या सपा-रालोद गठबंधन असरदार साबित होगा। कैराना पलायन से लेकर एक साल तक चले किसान आंदोलन के मुद्दों को लेकर सबकी निगाहें पश्चिमी यूपी के चुनाव पर हैं। इस…
Read Moreगौरीगंज विस सीट: ब्राह्मण बाहुल्य मगर जीते सबसे ज्यादा क्षत्रिय
आशुतोष मिश्र, अमेठी। संसदीय क्षेत्र की गौरीगंज विधानसभा अमेठी जिला मुख्यालय की विधानसभा है। जातिगत आंकड़ों की मानें तो यहां दलित वोटर्स के बाद सबसे बड़ी संख्या में ब्राह्मण वोटर हैं। लेकिन इस विधानसभा से महज एक बार ही ब्राह्मण विधायक बन पाया है। जबकि एक बार मुस्लिम विधायक बना है। इसके अलावा इस सीट पर लगातार क्षत्रिय जनप्रतिनिधियों का कब्जा रहा है। गौरीगंज विधानसभा 1952 में बनी। पहली बार ही यहां से कांग्रेस उम्मीदवार ने जीत दर्ज की। इसके बाद कांग्रेस और भाजपा में रोचक जंग होती रही। लेकिन…
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