आभार प्रदर्शन से बढ़ता है पति-पत्नी का आपसी प्रेम

marriageफीचर डेस्क। पति-पत्नी का रिश्ता एक ऐसी पहेली है, जिसे सुलझाने का दावा प्राचीन काल के ऋषि-मुनियों से लेकर आज के मनोवैज्ञानिक-विचारक तक करते आ रहे हैं। सबने अपने-अपने तरीके से इसे देखा, पर किसी की राय अंतिम नहीं कही जा सकती। कोई भी दावे के साथ यह कहने की हालत में नहीं है कि लीजिए, यह रहा दांपत्य जीवन की सफलता का अचूक नुस्खा।
बहरहाल, पिछले दिनों अमेरिका की जॉर्जिया यूनिवर्सिटी में इस पर बाकायदा एक अध्ययन हुआ। 468 दंपतियों के एक रैंडम सैंपल से की गई बातचीत के आधार पर निष्कर्ष निकाला गया कि अगर पति-पत्नी विभिन्न अवसरों पर एक-दूसरे के प्रति आभार प्रकट करते हैं, तो उनका वैवाहिक जीवन सुखद रहता है।
अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि जब हम यह महसूस करते हैं कि हमारा पार्टनर हमें महत्व दे रहा है, या उसके प्रति हमारी प्रतिबद्धता को सम्मान दे रहा है, तो हमें एक तरह की सुरक्षा का अहसास होता है। हम आश्वस्त होते हैं कि हमारा संबंध टिकाऊ रहेगा। अध्ययन दल के प्रमुख एलन बर्टन का कहना है कि खासकर जब आपका पार्टनर तकलीफ में हो, तब आपके द्वारा उसके किसी काम के लिए आभार प्रकट करना उसे राहत देता है। आभार प्रकट करने में सिर्फ किसी बात के लिए धन्यवाद देना ही नहीं, प्रशंसा करना भी शामिल है। इससे पति-पत्नी में किसी बात को लेकर जारी तनाव अचानक पिघल जाता है और संबंधों में नकारात्मकता कम होने लगती है। अध्ययनकर्ताओं के मुताबिक अगर पति-पत्नी में आभार प्रकट करने की प्रवृत्ति बढ़ी तो इससे विवाह टूटने का खतरा कम होगा। अमेरिका की इस स्टडी को जरा भारतीय संदर्भ में देखें। बहुत से लोग यहां यह कहते मिल जाएंगे कि अरे भई, मियां-बीवी के बीच थैंक्यू, सॉरी की क्या जरूरत! यह तो बड़ा आत्मीय और अटूट रिश्ता है। सही बात है। लेकिन इसमें असहजता कहां से आ जाती है? क्यों कभी-कभी यह बोझ सा लगने लगता है? शायद इसलिए कि हम एक-दूसरे से तटस्थ हो जाते हैं। मानकर चलने लगते हैं कि हमारा पार्टनर जो कुछ कर रहा है, वह तो उसे करना ही था।
खासकर पुरुष अक्सर यह सोचने लगते हैं कि शादी करके हमने बहुत बड़ा त्याग किया है, अपनी स्वतंत्रता खो दी है, समझौते किए हैं वगैरह, वगैरह। हमें अहसास ही नहीं होता कि हमारे पार्टनर ने भी बहुत सी चीजें हमारे लिए छोड़ी हैं। हो सकता है, हमारे रिश्ते के लिए उसने हमसे कहीं ज्यादा खोया हो। अगर उसने हमारे लिए कभी, कुछ भी अच्छा किया हो तो हमे उसे रेखांकित करना चाहिए। उसे शुक्रिया कहकर हम उसके उस काम का सम्मान कर सकते हैं। इससे उसका उत्साह बढ़ेगा। इसी तरह हम भी जब उसके लिए कुछ करते हैं और जवाब में उसकी ओर से अच्छी प्रतिक्रिया मिलती है, तो दिल मजबूत होता है। आजमा कर देखें, शायद जिंदगी इससे एक नई करवट ले।