लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान सदी ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था के रूप में जानी जाएगी। इसमें तीन बातें बहुत मायने रखेंगीं। पहला परंपरागत ज्ञान। दूसरा इनोवेशन (नवाचार) और स्टार्टअप जिसे आप शोध भी कहते हैं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति इन तीनों के बीच बेहतर समन्वय के माध्यम से समाज और देश को भी आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर करने के लिए अवसर दे रही है। इसके लिए जितने भी शैक्षणिक संस्थान हैं, उन्हें खुद को तैयार करना होगा।
मुख्यमंत्री ने यह बातें सोमवार मो यहां डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षांत समारोह में कहीं। इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण भी हुआ। साथ ही विश्वविद्यालय में नए विभागों की रचना और उसके अनुरूप बने इंफ्रास्ट्रक्चर का लोकार्पण भी हुआ। इस दौरान सीएम ने कहा कि हम लोग अक्सर क्या देखते थे, अक्सर छात्र कोई पक्ष लेकर अपने फाइनल ईयर में जाता था, तो उसे प्रोजेक्ट का कार्य दिया जाता था, लेकिन वह प्रोजेक्ट उससे आगे भावी जीवन में किस रूप में उपयोगी बन सकता है, उससे जोडऩे का कभी प्रयास नहीं किया गया।
योगी बोले: शैक्षणिक संस्थान को खुद को तैयार करना होगा
 
			
