महिलाओं ने बनाया अनोखा बीज बैंक

beej bankवाराणसी। हाईब्रीड बीजों, रासायनिक दवाओं और उर्वरकों के दामों में बेतहाशा बृद्धि और मंहगाई की मार से अजीज आ चुकी महिला किसानों ने अपना बीज बैंक बना डाला है। इस अनोखे बीज बैंक में भारतीय देशी प्रजाति के सभी प्रकार के फल, सब्जी, अनाज, दलहनी एवं तिलहनी आदि उन्नतशील बीजों का संग्रह है जहां से किसान बीज विनिमय के माध्यम से बिना पैसे के बीज प्राप्त कर सकते है। बीज बैंक की खासियत यह है कि कोई भी किसान बैंक सदस्य बनकर मुफ्त में बीज प्राप्त कर सकता है और बदले में उसे कोई दूसरे प्रजाति का बीज बैंक में जमा करना होगा या फसल तैयार होने के बाद किसान को बीज के एवज में बीज देना होगा। अपना बीज बैंक में बीजों का क्रय विक्रय सिर्फ बीज विनिमय के माध्यम से होगा। इसके लिए स्थानीय महिला किसानों से देशी बीजों का जबरदस्त संग्रह किया है।
लोक समिति आश्रम नागेपुर में अपना बीज बैंक का शुभारंभ किया गया है। क्षेत्र के दर्जनों महिला किसानों को अनेको भारतीय देशी प्रजाति के फल,सब्जी,अनाज,दलहनी,एवं,तिलहनी आदि उन्नतशील बीजों का वितरण किया गया। लोक समिति के संयोजक नन्दलाल मास्टर ने बताया कि अपना बीज बैंक का संचालन महिला किसान समूह के द्वारा किया जायेगा। बीज बैंक में सिर्फ भारतीय देशी प्रजाति के सभी प्रकार के फल, सब्जी, अनाज, दलहनी एवं तिलहनी आदि उन्नतशील बीजों का संग्रह होगा। किसानों को हाईब्रीज व नपुंशक बीजों, रासायनिक दवाओं,और रासायनिक उर्वरकों से जमीन, पानी और स्वास्थ्य आदि पर हो रहे बुरा प्रभाव पर भी जागरूक किया जायेगा। साथ ही किसानों को जैविक खेती,प्राकृतिक खेती जैसे कम लागत वाली खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा। अपना बीज बैंक में नवधान्या देहरादून और स्वराज विद्यापीठ इलाहबाद भी किसानों को बीज और जैविक खेती करने में मदद करेगा।