भारत का समुद्री जहाजी बेड़ा पहुंचा श्रीलंका

navy INS-Ranaनई दिल्ली। पड़ोसी देश के साथ दोबारा संबंध मजबूत करने के लिए भारत और श्रीलंका की नौ सेनाएं 27 अक्टूबर से 1 नवंबर तक श्रीलंका के त्रिंकोमाली तट पर चौथा श्रीलंका-भारत नौ सैनिक अभ्यास करेंगे। द्वीपक्षीय समुद्री अभ्यास की एसएलआईएनईएक्स शृंखला 2005 में शुरू की गई थी और अब तक तीन सफल अभ्यास किए गए हैं। इस नौ सैनिक अभ्यास में भाग लेने के लिए भारतीय नौ सेना के जहाज-कोरा, कृपाण और सावित्री, जहाज जनित हेलीकॉप्टरों के साथ मंगलवार को त्रिंकोमाली पहुंच गए हैं। मिसाइल वाहक कोरा और कृपाण जहाज की कमान कमांडर अशोक राव और अब्राहम सेम्यिुल तथा तटवर्ती गश्ती जहाज सावित्री की कमान कमांडर प्रशांत नेगी के हाथ में है। इसके अलावा भारतीय नौ सेना का समुद्री टोही विमान भी अभ्यास में भाग लेगा। श्रीलंका की नौ सेना की तरफ से इस अभ्यास में सयूरा, समुद्र , सागर , 6 त्वरित आक्रमण विमान, 2 त्वरित गन बोट और एक त्वरित मिसाइल जहाज भाग लेगा।  दोनों देशों की नौ सेनाओं के बीच बेहतरीन समझ के रूप में एसएलआईएनईएक्स के अंतर्गत किए गए अभ्यासों का लाभ स्पष्ट नजर आ रहा है। एसएलआईएनईएक्स 15 से समुद्र में दोनों सेनाओं द्वारा मिलकर कार्य करने की क्षमता बढ़ेगी, जो इस क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा की दिशा में योगदान होगा।