मयंक तिवारी, प्रतापगढ़। जिले के कुण्डा क्षेत्र निवासी एक दम्पत्ति ने पाकिस्तान के ईदी फाण्डेशन के पास रही मूक-बधिर गीता को अपनी बेटी बताया है। परिवार ने कहा है कि वह गीता के लिए हर तरह से तैयार है।
सूत्रों के अनुसार कुण्डा तहसील के रामापुर टिकेतिन गांव निवासी रामराज और उसकी पत्नी अनारकली का कहना है कि पाकिस्तान के ईदी फाउण्डेशन के पास रही गीता उनकी बेटी है। उनका कहना है कि इसके लिए वह लोग हर तरह की जांच कराने को तैयार हैं। उनका कहना है कि टी वी चैनल पर ईदी फाउण्डेशन के पास पल रही गीता को देखकर उनका पूरा परिवार बोल पड़ा कि यह तो हमारी सविता है। प्रशासन को इसकी जानकारी मिली तो जांच के लिए अधिकारियों की टीम उनके घर तक पहुंची थी। परिवार वालों का दावा है कि गीता ही उनकी बेटी सविता है। इसके लिए उन लोगों ने गीता के सविता होने के सुबूत जुटाने के लिए अभिलेख एवं उसकी फोटो जमा किये हैं। रामराज का कहना है कि उनकी मूक-बधिर बेटी सविता 12 वर्ष पूर्व अपने मामा के यहां बिहार गयी थी और वहीं से अचानक वह गायब हो गयी थी। परिवार को भरोसा है कि सरकार उन्हें जरुर बुलायेगी और उनकी बिटिया सविता(गीता) उन्हें ही मिलेगी। फिलहाल गीता स्वदेश आने के बाद प्रेसीडेंट और पीएम मिलकर इंदौर चली गयी है। इंदौर में तब तक रहेगी जब तक कि उसके सही परिवार का पता नहीं लग जाता।