लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को प्रेस से कहा कि बीजेपी का बौद्ध और अम्बेडकर को लेकर उमड़ा प्रेम केवल दिखावा है। मायावती ने यूपी सरकार को भी दलित विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में दलितों का उत्पीडऩ बढ़ा है। यहां पर तो देश के संविधान में मिले आरक्षण को खत्म करने की साजिश हो रही है। यह काम बसपा के विरोधियों की मदद से किया जा रहा है। आरक्षण पर भाजपा भी सपा का साथ दे रही है। अब हमको भाजपा व सपा का साजिश का पर्दाफाश करना है। मायावती ने कहा कि भाजपा वर्ण व्यवस्था फिर लानने की जुगत में है। भाजपा शासित राज्यों में दलित, पिछड़े व आदिवासी लोगों की अनदेखी हो रही है। वहां पर विरोधी लगातार जातिवादी मानसिकता के तहत काम कर रहे हैं। दलितों के साथ जुर्म हो रहा है। अल्पसंख्यक के साथ दलित व पिछड़े भाजपा सरकार के कार्यकाल में परेशान हैं।
महाराष्ट्र में भाजपा ने संविधान के निर्माता बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर का भी अपमान किया है। बाबा साहब ने हिन्दू धर्म की कमियों को दूर करने को कहा था। महाराष्ट्र में स्मारक का आधा अधूरा शिलान्यास किया। वहां पर बाबा साहब के जीवन के अनुरूप निर्माण नहीं हो रहा है। अम्बेडकर को भारत रत्न देने में भाजपा व कांग्रेस के कारण देरी हुई है। दोनों की सोच एक जैसी है। शंकराचार्यों ने भी बाबा साहब की बात नही मानी थी। बाबा साहब ने अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था। वर्ण व्यवस्था का बाबा साहब ने भी विरोध किया था। मायावती ने कहा कि आरक्षण मुद्दे पर विरोधी दलों का रुख साफ नहीं। वह सब भाजपा के साथ काम करना चाहते हैं। भाजपा आरक्षण को खत्म करने की रणनीति बना रही है। यह पार्टी समीक्षा की आड़ में आरक्षण खत्म करना चाहती है। आरक्षण पर बीजेपी सरकार ठंडी पड़़ी है। पिछड़े व दलितों पर केंद्र सरकार तथा भाजपा शासित राज्यों का प्रेम प्रेम छलावा है। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने दलितों का अपमान किया था जबकि महाराष्ट्र सरकार ने दलित विरोधी काम किया। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई। हरियाणा में दलितों के साथ घोर अन्याय हुआ। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी अपने नेताओं पर कार्रवाई नहीं करते हैं। भाजपा व आरएसएस की मिलीभगत से देश में माहौल खराब हो रहा है। बीजेपी साम्प्रदायिक सौहार्द मिटाने में जुटी है। इनके नेता भड़काऊ बयान देते रहते हैं। मायावती ने कहा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछड़े होने की बात करके वोट मांगते है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो सम्पन्न समाज घांची समाज से आते हैं। मोदी गुजरात के धनवान वैश्य समाज से आते है। वोट मांगने के लिए पीएम मोदी खुद को पिछड़ा बताते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को किसी भी कीमत पर बढऩे से रोकना होगा नहीं तो आरक्षण खत्म होगा। इनके शासन में वर्ण व्यवस्था के बाद दलित फिर गुलाम हो जाएंगे। वर्ण व्यवस्था से हिन्दू राष्ट्र बनाने की कोशिश हो रही है। मायावती ने कहा कि आरक्षण पर विरोधी जान की बाजी न लगाएं। अब दलितों और पिछड़ों को बरगलाने की कोशिश हो रही। आरएसएस व भाजपा भाजपा आए दिन संगोष्ठी के साथ अन्य कार्यक्रम करा रहे हैं।