बूंदी के कण-कण में चौहान वंश की शौर्यगाथा

bundi rajasthanफीचर डेस्क। राजस्थान के कोटा से 36 मिलोमीटर दूर यह छोटा सा रमणीय नगर बूंदी एक ऐसा अन्वेषित शहर है जिसके पास अपनी समृद्ध ऐतिहासिक संपदा है। यह ऐतिहासिक नगर चौहान वंश के वंशज हाड़ा चौहानों द्वारा शासित हाड़ौती राज्य की राजधानी रह चुका है। सन् 1193 में जब पृथ्वीराज चैहान सुल्तान मोहम्मद गौरी से हार गया उस समय कई चौहानों ने मेवाड़ की ओर कूच कर वहां आश्रय लिया और राणा के मित्र बन गये जब कि अन्य युवा सैनिको ने चंबल घाटी की ओर प्रस्थान किया और वहां बस रही मीणा एवं भील जनजातियों पर अपना आधिपत्य कर लिया। कर तरह उन्होंने हाड़ौती राज्य की नींव रखी। बाद में चंबल नदी के दोनों किनारों पर स्थित हाड़ौती राज्य की दा शाखाओं को अलग अलग कर बूंदी एवं कोटा राज्य की पृथक सिापना की गयी। बूंदी तीन तरफ से अरावली पहाडिय़ा से घिरा हुआ है और चार मुख्य द्वारों के साथ विशाल दीवारों के साथ विशाल दीवरों से सीमाबद्ध है। बूंदी तीन तरफ से अरावली पहाडिय़ों से घिरा हुआ है और चार मुख्य द्वारों के साथ विशाल दीवारों से सीमाबद्ध है। यहां स्थित दर्शनीय स्मारक, मध्यगुीन किले, सुंदर महल, अचंभित कर देने वाली हवेलियां, सुंदर पत्थर की मूर्तिया व नक्काशीदार खंभों से युक्त छतरियों वाले मंदिर पर्यटकों में विशेष आकर्षण का केन्द्र है। नगर के बीचोबीच बनी नयनभिराम झील, इसके सौन्दय्र में चार चांद लगा देती है। अपनी बारीक नक्काशी व भिति चित्रों के लिए बूंदी देश में अपनी अलग पहचान बनाए हुए है।
तारागढ़ या स्टार फोर्ट: यह गढ़ राजस्थान के अत्यधिक प्रभावशाली गढ़ों में से एक हैं इसका निर्माण इसवी सन् 1354 में हुआ था। घनी वृक्षावलियों युक्त पहाडी पर खडा अद्भूत सफेद गढ अपने अनूठे निर्माण से अजेय किलों की श्रेणी में गिना जाता है। दुर्ग में बना विशाल जलाशय कभी गढ़ में पानी उपलब्ध कराता ािा। किले के भीतर कई आकर्षक स्मसरक हैं जिनमें भीम बुर्ज प्रमुख है। भीम बुर्ज के निकट बनी हुई छतरी का निर्माण भाई देवा ने करवाया था और यह अपनी शिल्प कला के लिए जानी जाती है। आज यह दुर्ग बूंदी का प्रमुख आकर्षक है।
महल: यह अद्भुत महल राजपूत वास्तुकला का एक उत्कृष्ट नमूना है जिसमें बूंदी के कई भिति चित्र भी सज्जित हैं इस महल में हजारी पोल, नौबत खाना, अपनी पुरानी पानी की घड़ी के साथ हाथी पोल और दीवाने ए आम, छतर, महल, बाल महल एवं फूल महल विशेष आकर्षण के स्थल है।