लखनऊ। साहित्यकारों व फिल्मकारों द्वारा अवार्ड लौटाने वालों व इनका समर्थन करने वाले शाहरूख खान के बयान के विरोध में सामाजिक व राष्ट्रवादी संगठन शिवाजी वाहिनी ने पुतला फूंककर विरोध प्रदर्शन किया।
संगठन के सदस्य दिलीप साहू ने कहा कि कांग्रेस के इशारे पर जो फिल्मकार हिन्दु आस्थाओं का मजाक उड़ाते हुये पैसा कमाते हैं और जो तथाकथित बुद्धिजीवियों ने आतंकवादियों अफजल व याकूब की फांसी को रोकने के लिए मुहिम चलाते हैं और जो नक्सलवाद, आतंकवाद व कश्मीरी अलगाववादियों की समर्थक व घोर हिन्दु विरोधी जिसमें अफजल गुरू व याकूब मेनन की फांसी रूकवाने के लिए अपना समर्थन दिया उस अरूणधती राय जैसे लोगों को ही लगता है कि इस देश असहिष्णुता बढ़ रही है और यह शब्द कांग्रेस की देन है साहू ने आगे कहा कि मोदी सरकार की ब्लैक मनी पालिसी की वजह से जिन एनजीओ संचालकों की फंडिग बन्द हो गई, इन जैसे लोग ही सहिष्णुता के माहौल को जबरदस्ती असहिष्णुता-असहिष्णुता चिल्लाकर इस झूठ को सच साबित करने में लगे हैं और ऐसे लोग कांग्रेसी व वामपंथी विचारधारा के हैं और यह लोग देश व विदेश में मोदी व भारत की साफ सुथरी छवि को खराब करने की मुहिम में लगे हुये हैं। भारत ऐसा देश हो गया है जिसके दुश्मन देश के बाहर कम देश के अन्दर ज्यादा हैं।