सपा में सुलगती नाराजगी की आग: अब राजा भी नाखुश

cm29sepलखनऊ। समाजवादी पार्टी में नाराजगी की आग सुलग रही है और धीरे-धीरे इसकी तपिश भी महसूस की जा रही है। एक नवंबर को प्रदेश के मंत्रिमंडल विस्तार के चंद रोज बाज बाद मंत्री आजम खां के इस्तीफे की रहस्यमय चर्चा के दूसरे दिन राज्य योजना आयोग के सदस्य सीपी राय के पद ठुकराने को पार्टी के अंदर सब कुछ ठीक नहीं होने का संकेत माना जा रहा है।
यूपी में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में ऊपर से भले सब कुछ ठीक दिख रहा हो मगर अंदर खाने खासी हलचल है। खाद एवं रसद मंत्रालय वापस लेकर स्टांप एवं पंजीयन विभाग देने से रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया खुश नहीं हैं और अब तक उन्होंने नए मंत्रालय का काम नहीं संभाला है। प्रदेश मंत्रिमंडल से जिन आठ मंत्रियों की बर्खास्तगी हुई है, उनके समर्थक भी खफा हैं मगर खामोशी ओढ़े हुए हैं। इसके साथ ही दीपावली के ठीक एक दिन पहले मंत्री आजम खां ने पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की और फिर जिस तरीके से उनके इस्तीफा देने की पेशकश की चर्चा फैली, उस पर खुद आजम खां ने तो जुबान नहीं खोली, अलबत्ता कई और मुद्दों पर उन्होंने बयान जारी कर दिया। इसे उनकी नाराजगी के रूप में देखा जा रहा है।
इन समस्याओं का पार्टी हल ढूंढती, इससे पहले ही मुलायम सिंह यादव के करीबियों में शुमार व समाजवादी पार्टी के नेता सीपी राय ने दो दिन पहले ही मिला राज्य योजना आयोग के सदस्य का पद ठुकरा दिया। राय ने कहा कि आयोग में सदस्य की कोई भूमिका नहीं होती। वह सदस्य को मिलने वाले वेतन व सुविधाएं लेकर सरकार का खर्च नहीं बढ़ाना चाहते। माना जा रहा है कि राय को सदस्य का पद अपने लिए कम महत्व का लगा। हालांकि खुद सीपी राय नाराजगी से इंकार करते हैं और इस पद के लिए मुख्यमंत्री का आभार भी जताते हैं मगर घटनाक्रमों से यह संदेश तो जा ही रहा है कि विपक्ष के दिनों में एकजुट रहने वाली समाजवादी पार्टी के अंदर सब कुछ ठीक नहीं है। सूत्रों का कहना है कि स्थानीय निकाय क्षेत्र चुनाव के बाद कुछ और नेताओं की नाराजगी मुखर हो तो आश्चर्य नहीं।
साभार-जागरण