हैपी बर्थ डे सानिया: 29 की हुई टेनिस सनसनी

sania-mirza-indiaखेल डेस्क। भारत की टेनिस सनसनी सानिया मिर्जा आज 29 वर्ष की हो गई। सानिया मौजूदा पीढ़ी की पहली एथलीट हैं जिन्होंने बिना क्रिकेट खेले अपनी छवि बनाई है। उन्होंने पिछले एक साल में कई उपलब्धियां हासिल की। सानिया ने स्विस पार्टनर मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर इस वर्ष जबर्दस्त सफलताएं हासिल की। उन्होंने दो ग्रैंड स्लैम खिताब समेत कुल 9 डबल्स खिताब जीते। सानिया मिर्जा का जन्म 15 नवंबर 1986 को मुंबई में इमरान मिर्जा और नसीमा के घर हुआ। सानिया मिर्जा के पिता इमरान पहले खेल पत्रकार थे, लेकिन बाद में वो बिल्डर बन गए। कुछ समय के बाद मिर्जा परिवार हैदराबाद में रहने चला गया। सानिया ने अपनी स्कूलिंग नासर स्कूल खैरताबाद से की। सानिया को पिता ने ही टेनिस से रूबरू कराया। उन्होंने मात्र 6 वर्ष की उम्र से निजाम क्लब में अभ्यास करना शुरू किया।
जब सानिया को कोच के पास ले जाया गया तो उन्हें कोचिंग देने से मना कर दिया गया। मगर एक सप्ताह के बाद कोच ने सानिया के माता-पिता को बुलाकर कहा कि उन्होंने इस उम्र में किसी के अंदर इतनी प्रतिभा नहीं देखी। सानिया को शुरुआत में महेश भूपति के पिता सीके भूपति ने ट्रेनिंग दी। सानिया जर्मन खिलाड़ी स्टेफी ग्राफ से काफी प्रभावित है।सानिया ने पेशेवर टेनिस की सीख सिकंदराबाद में सिनेट टेनिस एकेडमी में ली। इसके बाद वो यूएस में ऐस टेनिस एकेडमी में चली गई।1999 से सानिया ने अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में शिरकत करना शुरू की। उन्होंने जकार्ता में वल्र्ड जूनियर चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया। इसके बाद सानिया ने एशियन गेम्स में पेस के साथ भाग लिया और कांस्य पदक जीता। उन्होंने एक बार फिर भारत का गौरव बढ़ाया जब जूनियर विम्बल्डन गल्र्स डबल्स के प्रमुख दौर में जगह बनाई। सानिया ने 13 वर्षीया रूसी खिलाड़ी एलिसा क्लेबानोवा के साथ मिलकर विम्बल्डन ग्रैंड स्लैम का खिताब जीता। ऐसा करने वाली सानिया पहली भारतीय युवा महिला खिलाड़ी बनी। 2005 में सानिया ने हवाओं को जोर दिया जब उन्होंने कई ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट्स के तीसरे-चौथे दौर में प्रवेश किया। 2009 में सानिया ने अपने बचपन के दोस्त सोहराब मिर्जा से सगाई की। हालांकि यह सगाई जल्द ही टूट गई। 12 अप्रैल 2010 को सानिया ने पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से शादी कर ली। सानिया भारत की दूसरी टेनिस खिलाड़ी है, जिन्हें सर्वश्रेष्ठ खेल सम्मान खेल रत्न से नवाजा गया। उनसे पहले लिएंडर पेस को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।