मर कर भी दे दिया तीन को जीवनदान

suneel kal

मुंबइ (आरएनएस)। बेहद नाजुक हालत में जिंदगी और मौत से जूझ रहे तीन लोगों को उस वक्त नई जिंदगी मिल गई जब 69 वर्षीय सुनील कन्यालकर ने अपने अंगों को उनके लिए दान कर दिया। थाणे के रहने वाले कन्यालकर एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे, उन्हें अस्पताल लाया गया लेकिन डॉक्टर्स ने उन्हें ब्रेनडेड घोषित कर दिया। परिवार ने सुनील की इच्छा के अनुसार उनके अंगदान करने का फैसला किया। कन्यालकर के लीवर और दो किडनी ने तीन मरीजों को नया जीवन दिया है, इसके अलावा उन्होंने कॉर्निया भी डोनेट किया है। इस साल यह 40वां अंगदान का मामला है, जो कि पिछले साल के 41 मामलों से कुछ ही कम है। अंगदान के मामलों में जागरूकता और इसमें हुए इजाफे को इसी बात से समझा जा सकता है कि साल 2013 में अंगदान के महज 20 मामले ही सामने आए थे। कन्यालकर ब्लड प्रेशर फ्लक्चुएशन के मरीज थे और 10 नवंबर की शाम करीब 8 बजे अपने डॉक्टर से मिलने के लिए जा रहे थे तभी उन्हें एक तेज रफ्तार बाइक ने कुचल दिया।डॉक्टर्स ने बताया कि वह अंगदान के बारे में पूरी तरह से जागरूक थे, और उन्होंने इससे पहले अपनी पत्नी और बेटी से इस बारे में बात भी की थी, यही कारण है कि डॉक्टर्स की सलाह पर परिवार अंगदान के लिए तुरंत तैयार हो गया। उनकी एक किडनी को 31 साल के एक युवक जो कि पिछले चार सालों से डायलिसिस पर था, उसे लगाई गई, जबकि दूसरी किडनी एक अन्य अधेड़ उम्र के मरीज को प्रत्यारोपित की गई है।