पर्यटन विभाग द्वारा सैलानियों से दादागिरी की घटनाएं बढ़ी

chattisgarhजगदलपुर (आरएनएस)। पश्चिम बंगाल से बड़ी संख्या में आने वाले पर्यटक इन दिनों बस्तर आकर काफी निराश हैं। पर्यटन स्थलों में मूलभूत सुविधाओं के अभाव व फारेस्ट गार्ड व गाइडों की दादागिरी पर्यटकों को बस्तर से विरक्त कर रही है।
सैलानियों को रिझाने पर्यटन मंडल नई योजनाएं बनाकर पश्चिम बंगाल में मार्केटिंग की सोच रहा है तो दूसरी ओर कर्मचारी इस पर बट्टा लगाने कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। बस्तर की खूबसूरती निहारने प्रतिवर्ष प. बंगाल से हजारों सैलानी बस्तर पहुंचते हैं। इन सैलानियों में विदेशी पर्यटकों की संख्या भी अच्छी-खासी है। हर वर्ष सैलानी बस्तर के नियाग्रा चित्रकोट जल प्रताप के अलावा कोटमसर गुफा, तीरथगढ़ जल प्रताप का दीदार करते हैं। प्रति वर्ष की तरह इस बार भी पहुंचे सैकड़ों सैलानियों को फारेस्ट गार्ड व गाइडों की बदतमीजी से जूझना पड़ रहा है। इस सप्ताह कोटमसर व तीरथगढ़ जल प्रताप गए सैलानियों ने जब मूलभूत सुविधा टायलेट व पीने के पानी के संबंध में गार्ड व गाईडों से जानकारी लेने चाही तो उनके साथ गाली- गलौच कर जान से मारने की धमकी दी गई। इसकी शिकायत करने जब वरिष्ठ अधिकारियों के पास गए तो वहां कोई अधिकारी मौजूद नहीं था, जिसके बाद सैलानियों से भरी आधा दर्जन वाहनें कुम्हारपारा स्थित संचालक कांघेर गाटी के दफ्तर पहुंच वहां मौजूद डीएफओ को आपबीती सुनाई। घटना को 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि दूसरे दिन पुन: कोटमसर व तीरथगढ़ जल प्रपात में कोलकोता के सैलानियों सेे बदतमीजी की गई। कोलकाता के सैलानी पुलक विश्वास, श्रेया दास, अमिताब भट्टाचार्य तथा अमृत्य सेन आदि ने बताया कि कल पुन: महिला व पुरूष सैलानियों के साथ दुव्र्यवहार किया गया।