बिना पैसा लिए नहीं काम करते बिजली विभाग के कर्मचारी

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लखनऊ। बिजली बिभाग के कर्मचारी पैसे के आगे अपने अधिकारियों के आदेश की भी परवाह नहीं करते। अधिकारी जिस उपभोक्ता के यहां मीटर लगाने का बार-बार निर्देश जारी करते हैं उन्हीं निर्देशों का कर्मचारी उल्लंघन करते हैं। बावजूद इसके अधिकारी कर्मचारियों के पैसे मांगने संबंधी बात कबूल नहीं करते। मामला गोसाईगंज इलाके का है। यहां के अमेठी निवासी सुशील कुमार और जौखंडी के वली मोहम्मद को बिजली बिभाग के कर्मचारियों ने परेशान कर रखा है। जून महीने में उपभोक्ताओं ने लेसा के कै प से कनेक्शन कराया था लेकिन तकरीबन एक महीना होने को है कर्मचारियों ने अब तक उनके यहां मीटर लगाने की जहमत नहीं उठाई। जबकि उपभोक्ता कई बार उच्चाधिकारियों से इस बाबत अपनी शिकायत भी दर्ज करा चुके हैं।
उपभोक्ताओं ने बताया कि बीती 24 जून को गोसाईगंज उपकेंद्र पर लगे कै प में फार्म भर कर कनेक्शन लिया था। उसके बाद अब तक बिजली विभाग का कर्मचारी घरों में मीटर लगाने नहीं पहुंचा। उपभोक्ताओं का आरोप है कि जब इस बात की शिकायत उपखंड अधिकारी से की गयी और जेई मीटर को इसकी जानकारी दी गयी तो इन दोनों अधिकारियों ने काम हो जाने का आश्वासन दिया लेकिन काम फि र भी न हुआ। इसके बाद 25 जून को अमेठी में लगे बिजली कैंप में भी इसकी शिकायत की गयी तो 26 जून को एक कर्मचारी सुशील कुमार के घर गया तो उनसे 1500 रुपए की मांग करने लगा। जब उपभोक्ता ने इतनी रकम देने से इनकार किया तो वह बिना मीटर लगाए ही वापस चला गया। इसके बाद इस घटना के बारे में उपभोक्ता ने एसडीओ गोसाईंगंज व जेई मीटर दुबे को अवगत कराया तो उन्होंने मीटर लगवाने का भरोसा दिलाया। उपभोक्ता सुशील ने बताया कि उसी दिन शाम को तीन बजे एक युवक ने उनकी दुकान में मीटर लगा दिया लेकिन इस काम में कोई रकम न मिलने के कारण बिजली बिभाग का यह कर्मचारी दूसरे शिकायत कर्ता वली मोह मद के घर मीटर लगाने नहीं गया। जब उससे फि र कहा गया तो उसका सीधा सा जवाब था कि जो पैसा देगा उसी का काम होगा। उपभोक्ता की मानें तो कर्मचारी ने सीधे तौर पर कहा कि यह रुपए वह अकेले अपनी जेब में नहीं रखता समूचे विभाग का हिस्सा इसमें शामिल होता है। मीटर लगवाने के 1500 रुपए तो खुलेआम चलते हैं।