हताश सपाई लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमलावर है:विजय बहादुर पाठक

vijay pathak bjpलखनऊ । फरवरी भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि सत्ता प्रयोजित अराजकता से जीते चुनाव पर इतराने की बजाय सपाई जमीनी हकीकत को समझे। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि बगैर जिला पंचायत सदस्य लड़े जिला पंचायत अध्यक्षों को जीत, बगैर क्षेत्र पंचायत सदस्य लड़े ब्लाक प्रमुखों के निर्वाचन में 80 प्रतिशत जीत के दावें करते सपाई इसे अखिलेश यादव के समर्थन में जनादेश बता रहे है। उन्होंने कहा बलरामपुर में पंचायत चुनाव के कवरेज में लगे पत्रकार पर हमला, शामली में समाचार संकलन कर रहे पत्रकार पर हमला प्रकट करता है कि हताश, निराश सपाई लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर योजनापूर्वक हमलावर है।
सोमवार को पार्टी मुख्यालय पर राज्य में हुए पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा तार-तार होती आचारसहिंता, हर्ष फायरिंग में हुई मौत की घटनाओं पर चर्चा करते हुए प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि घटनाओं के समाचार संकलन में जुटे लोकतंत्र के चैथे स्तम्भ पर हमलावर है समाजवादी पार्टी। शामली के कैराना में हुई हर्ष फायरिंग में बच्चे की मौत के मामले में ग्राउण्ड जीरो पर पहुचे देश के प्रतिष्ठित न्यूज चैनेल के पत्रकारों के साथ र्दुव्यवहार हुआ, बदसलूकी की गयी, बंधक बनाया गया, यही नहीं समाचार तो यहां तक है कि सत्तारूढ़ दल के माननीय की सरपरस्ती में सारे संकलित दृश्य मिटवाये गये। सत्ताशीर्ष के हस्तक्षेप के बाद किसी तरह बंधक पत्रकार रिहा हुये। स्पष्ट है सत्ताशीर्ष के सीधे तार राज्य में अराजक हो रहे सपाईयों से जुड़े है। हस्तक्षेप से रिहाई तो हो सकती है किन्तु मजाल है कि राज्य का प्रशासनिक अमला अपने कत्र्तव्यों का निर्वाहन करते हुए कोई कार्यवाही कर दे।
उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव के दौरान ही बलरामपुर के गैसड़ी ब्लाक प्रमुख के चुनाव के दौरान पत्रकार की घटना के संकलन के समय पिटाई कर दी गयी जिससे वो गम्भीर रूप से घायल हो गया, पिटाई करने वाले लोग सत्ता से जुड़े है। उस पत्रकार का दोष केवल इतना था कि वह जबरन वोट दिलाने की कोशिश में लगे सत्ता से जुड़े नेताओं को अपने कैमरे में कैद करना शुरू कर दिया। घायल अवस्था में पत्रकार इलाज करा रहा है। सत्ता से जुड़े नेताओं पर कार्यवाही की बजाय पुलिस बीच-बचाव की भूमिका करती हुई नजर आयी।
श्री पाठक ने कहा कि ये घटनाऐं प्रकट करती है कि राज्य में स्थिति कितनी अराजक है, अराजक स्थिति के संकलन में जुटा लोकतंत्र का चैथा स्तम्भ निशाने पर है। राज्य में पहले भी पत्रकार, उनके परिजन सत्ता प्रतिष्ठान से जुड़े अराजक तत्वों का शिकार बन चुके है। उन्हांेने कहा कि जो घटनाऐं पत्रकारों को दिख रही है, समाचार चैनलो में पर चल रही है क्या वो तत्थ्य और जानकारियां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पास नहीं है, उन घटनाओं की देख कर भी अनदेखी क्यो की जा रही है ? श्री पाठक ने लोकतंत्र के चैथे स्तम्भ पर हो रहे हमलो की कड़े शब्दों में दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही को मांग की।