
– बुन्देलखण्ड के सूखा ग्रस्त किसानों से बैंक द्वारा कर्जवसूली पर रोक लगाया जाय।
– फसल बीमा का भुगतान अविलम्व सुनिश्चित किया जाय।
– सिंचाई व्यवस्था सुनिश्चित कराने हेतु सभी गांवो में सरकारी नलकूप लगाने की मांग।
– खाद्य सुरक्षा योजना को पारदर्शी बनाकर कोटेदारों की लूट से गरीबों को योजना का लाभ पहुंचाने की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित हो।
– चित्रकूट में वरूण नहर को नदी से जोड़ने की महती आवश्यकता है। इससे 600 ग्राम सभा लामान्वित होगी।
– लमियारी पम्प कैनाल की ठीक कराने की मांग।
– पीने के पानी के लिए हैण्डपम्प
– जानवरों हेतु चारे की व्यवस्था।
– पशु चिकित्सालय का प्रबन्ध।
– सूखा राहत के भुगतान में बरती जा रही अनियमितता को दूर करना और राहत विवरण को पारदर्शी बनाना।
– बैंकों में चेको का भुगतान में हो रहे। भ्रष्टाचार और दलाली के खिलाफ कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित हो।
– पार्टी के नाम पर गरीबों मजदूरों का उत्पीड़न बन्द किया जाये।
– भूमि संरक्षण योजनांए पूरी तरह से भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी है इन्हें बंद किया जाय।
– चित्रकूट जनपद में 1 लाख तीस हजार 8 सौ 21 किसान परिवार तथा 89404 लोगों सहित लगभग 2,20,225 परिवार की अजीविका कृषि पर आधारित जो आज पूरी तरह से भुखमरी के कगार पर खड़ा है और गांवों से पलायन कर रहा है। तत्काल इन परिवारों के लिए आर्थिक राहत वितरित किये जाये।