बुन्देलखण्डवासियों को दिक्कत हुई तो अधिकारियों को बख्शा नहीं जायेगा: मुख्य सचिव

Alok ranjan sc 5
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने बुन्देलखण्ड के समस्त अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये हैं कि बुन्देलखण्ड में सूखे को दृष्टिगत रखते हुये बुन्देलखण्डवासियों को किसी भी प्रकार की कोई भी दिक्कत हुई, तो सम्बन्धित अधिकारियों को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना के अन्तर्गत जनपद ललितपुर और झांसी में प्रतिदिन 30 से 32 हजार लोगों को उपलब्ध कराये जा रहे रोजगार के अतिरिक्त और अधिक पात्र लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु सार्थक प्रयास सुनिश्चित किये जायें। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड में निर्धन व्यक्तियों को खाद्यान्न एवं पशुओं को चारे की कमी कतई नहीं होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि पशुओं को पर्याप्त चारा उपलब्ध कराने हेतु आवश्यक स्थानों को चिन्हित कर पशु चारा बैंक अर्थात पर्याप्त चारे का स्टाॅक सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड में रोजगार के अभाव में कोई भी श्रमिक न तो पलायन कर रहा है और न ही करने दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा बोयी गई फसल की क्षति को पानी के अभाव से रोकने हेतु सिंचाई हेतु आवश्यक पानी की व्यवस्था अवश्य सुनिश्चित करा ली जाये। उन्होंने कहा कि पीने के पानी की आपूर्ति प्रभावित गांवों में कराने हेतु आवश्यकतानुसार टैंकरों की व्यवस्था किराये से अथवा नियमानुसार क्रय करने की व्यवस्था भी समय से सुनिश्चित करा ली जाये। उन्होंने कहा कि झांसी में 124 से अधिक जल संचय योजनाओं को आगामी 31 मार्च तक पूर्ण कराने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी ललितपुर श्री सत्येन्द्र सिंह एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक झांसी डाॅ0 रमेश चन्द्रा की आम नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा की गई शिकायतों एवं इनके द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन बेहतर ढंग से संपादित न करने के कारण प्रतिकूल प्रविष्टि देते हुये मुख्य चिकित्सा अधिकारी ललितपुर का वित्तीय अधिकार सीज करते हुये जांच कराने के निर्देश दिये हैं।
मुख्य सचिव आज बुन्देलखण्ड के जनपद ललितपुर के ग्राम मसौरा कलां के विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करने के उपरान्त मण्डल मुख्यालय झांसी में समस्त विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक कर विभागीय कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बुन्देलखण्ड में पानी की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुये आवश्यकतानुसार नये हैण्डपम्प लगाने के प्रस्ताव आगामी तीन दिन में प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड के किसी भी जनपद में कोई भी हैण्डपम्प खराब होने के कारण जल आपूर्ति न होने की शिकायत प्राप्त हुई, तो सम्बन्धित अभियंताओं की जिम्मेदारी नियत कर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर खराब हैण्डपम्पों की मरम्मत एवं रिबोर कराने की कार्यवाही भी सुनिश्चित करायी जाये, ताकि किसी भी क्षेत्र में पानी की कोई समस्या न आने पाये।
श्री रंजन ने कहा कि फसल बीमा योजना के अन्तर्गत पात्र किसानों को लाभान्वित कराकर उनके खाते में नियमानुसार धनराशि स्थानान्तरित करायी जाये। उन्होंने कहा कि कृषक दुर्घटना बीमा योजना एवं आम आदमी बीमा योजना का और अधिक व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराकर अधिक से अधिक पात्र किसानों को लाभान्वित कराने हेतु बुन्देलखण्ड में विशेष अभियान चलाया जाये। उन्होंने कहा कि समाजवादी पेंशन योजना के अन्तर्गत बुन्देलखण्ड के पात्र अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित कराने हेतु प्रस्ताव फरवरी माह के अन्त तक अवश्य प्रस्तुत कर दिया जाये, ताकि आगामी वित्तीय वर्ष से पात्र लोग समाजवादी पेंशन योजना के अन्तर्गत लाभान्वित हो सकें। उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों पर खराब जनरेटरों को समय से न बदलने अथवा मरम्मत करने की शिकायत मिलने पर जांच कर दोषी अधिकारियों को दण्डित करने तथा बुन्देलखण्ड में निर्धारित शेड्यूल के अनुसार विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराने हेतु विभागीय अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये गये हैं।
मुख्य सचिव ने बुन्देलखण्ड के अधिकारियों को भी निर्देश दिये कि वरिष्ठ अधिकारी के साथ-साथ तहसील एवं ब्लाक स्तर के अधिकारी भी गांवों में जाकर विकास कार्यों का निरीक्षण करने के साथ-साथ ग्रामवासियों से सीधा संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से करायें। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्डवासियों को दैवीय आपदा में कतई घबड़ाने की आवश्यकता नहीं है, प्रदेश सरकार उनकी हर समस्याओं के समाधान एवं सहयोग करने के लिये तत्पर है। उन्होंने बताया कि जल संचय योजना के अन्तर्गत सुखनई नदी को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चिन्हित कर बोरिंग आदि आवश्यक कार्य कराने के निर्देश दिये गये हैं।
श्री रंजन ने आम नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों से भेंट कर उनकी समस्याओं के समाधान हेतु विभागीय अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये। उन्होंने बुन्देलखण्ड के झांसी जनपद की लखेरी नदी तथा महोबा जनपद की चन्द्रावल नदी को पुनर्जीवित कराये जाने के कार्यों की भी प्रशंसा की।
मुख्य सचिव से वार्ता के दौरान जनप्रतिनिधियों द्वारा वर्तमान मुख्य चिकित्साधिकारी की शिकायतें भी की गयी तथा चिकित्सा विभाग ललितपुर में व्याप्त अनियमितताओं की तरफ मुख्य सचिव का ध्यान आकर्षित किया गया, जिस पर मुख्य सचिव महोदय ने जिलाधिकारी को मुख्य चिकित्साधिकारी के वित्तीय अधिकार सीज करने तथा मुख्य चिकित्साधिकारी का प्रभार अपर मुख्य चिकित्साधिकारी को दिलवाने के साथ ही मुख्य चिकित्साधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
श्री रंजन द्वारा वित्तीय वर्ष 2014-15 में चयनित डाॅ0 राममनोहर लाहिया समग्र ग्राम मसौरा कलां का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होने आवासहीनो को आवास उपलब्ध कराये जाने की योजना के अन्तर्गत लोहिया ग्रामीण आवास की लाभार्थी श्रीमती मलीदा पत्नी श्री गुलाब कुशवाहा के आवास का निरीक्षण किया तथा ग्राम मसौरा कलां के सी0सी0 रोड तथा नाली आदि का निरीक्षण किया जिसकी गुणवत्ता सही पायी गयी। लोहिया ग्राम मसौरा कलां के निरीक्षण के उपरान्त ग्राम में आयोजित चैपाल में भाग लिया।
मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार बुन्देलखण्ड की समस्याओं को लेकर बहुत गम्भीर है तथा बुन्देलखण्ड की समस्याओं के निराकरण के लिए सार्थक प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अधिक से अधिक समय क्षेत्र में भ्रमण कर जनता की समस्याओं से अवगत हों तथा उनका यथोचित समाधान भी करायें।
मुख्य सचिव के साथ प्रमुख सचिव राजस्व श्री सुरेश चन्द्रा, प्रमुख सचिव सिंचाई श्री दीपक सिंघल, प्रमुख सचिव समाज कल्याण श्री सुनील कुमार, मुख्य सचिव के प्रमुख स्टाफ आफिसर श्री आलोक कुमार, सचिव गृह श्री मणि प्रसाद मिश्र, पुलिस महानिरीक्षक अपराध श्री आर0के0स्वर्णकार सहित झांसी मण्डल के मण्डलायुक्त श्री के0राममोहन राव, डी0आई0जी0 झांसी श्री शरद सचान सहित समस्त जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। मुख्य सचिव के साथ आये विभागीय प्रमुख सचिवों ने भी झांसी एवं ललितपुर जनपद के चिन्हित ग्रामों के विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट मुख्य सचिव को प्रस्तुत की।