कन्हैया कुमार केस: सुप्रीम कोर्ट ने लगायी वकीलों को फटकार

supreem courtनई दिल्ली। पटियाला हाउस कोर्ट में बुधवार को जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की पेशी के दौरान हुई घटनाओं पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई शुरू हुई। इस दौरान कोर्ट ने कन्हैया का विरोध कर रहे वकीलों को सख्त हिदायत देते हुए फटकार भी लगाई। सुनवाई के दौरान एक वकील ने कहा कि दिल्ली पुलिस कमिश्नर के बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने कहा कि वह कन्हैया की जमानत का विरोध नहीं करेंगे। इस पर कोर्ट का कहना था कि वह गैरजरूरी बयानबाजी कर कोर्ट को न तो गुमराह करने की कोशिश न करें और न ही हालात बिगाडऩे की कोशिश करें। कोर्ट का कहना था कि वह यहां पर पटियाला हाउस कोर्ट में बचे बवाल के बाद उपजी कानून व्यवस्था के बाबत दलीलें सुनने के लिए बैठे हैं। इसके अलावा दिल्ली बार एसोसिएशन ने पत्रकारों पर हुए हमले की निंदा की है।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने द्वारा नियुक्त वरिष्ठ वकीलों की 6 सदस्यीय कमेटी और दिल्ली हाईकोर्ट से घटना को लेकर रिपोर्ट मांगी है जिस पर सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरी घटना की रिपोर्ट तलब की है। इसके अलावा कोर्ट ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को निजी तौर पर कन्हैया और अन्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निदेश दिया है। पटियाला हाउस कोर्ट ने बुधवार को कन्हैया को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। आज सुनवाई के दौरान कोर्ट मामले को दूसरी अदालत के सुपुर्द करने और मामले से राष्ट्रद्रोह की धारा हटाने पर भी विचार कर सकती है।
पटियाला हाउस अदालत में वकीलों के हंगामे में राष्ट्रद्रोह का मुद्दा पीछे छूट गया। लोगों को न्याय दिलाने के लिए कानून पढऩे वाले वकीलों ने अदालत के भीतर कानून के रक्षकों को भी असहाय कर दिया। बुधवार को अदालत में जो कुछ हुआ वह अप्रत्याशित और अभूतपूर्व था। राजद्रोह के आरोपी जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की पेशी पर पटियाला हाउस में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट को दिन में तीन बार सुनवाई करनी पड़ी। सुप्रीम कोर्ट एक के बाद एक आदेश देता रहा, लेकिन सब बेअसर। पटियाला हाउस में अराजकता बनी रही।