रूबैया की बहन महबूबा होंगी जम्मूकश्मीर की सीएम

mahbuba muftiनई दिल्ली, मार्च। जम्मू कश्मीर में पहली महिला मुख्यमंत्री के तौर पर महबूबा मुफ्ती का मुख्यमंत्री बनना करीब करीब तय है। महबूबा के मुख्यमंत्री बनने के बाद वे आतंकवादी खासे हैरान होगें जिन्होने साल 1989 में इनकी बहन रूबैया सईद का अपहरण कर लिया था। रुबैया के बदले में आतंकवादियों ने अपने पांच साथियों को मुक्त करवा लिया था। इस घटना का विरोध जम्मू कश्मीर के तत्कालीन मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने किया था। यह लोकतंत्र की ताकत है कि रूबैया की बहन 26 साल बाद उसी जम्मूकश्मीर की मुख्यमंत्री की कुर्सी के बेहद करीब हैं। महबूबा को सहयोग देने वाली भाजपा ने साफ कहा है कि सरकार गठन को लेकर एजेंडे में कोई बदलाव नहीं होगा। बिल्लावर के विधायक निर्मल सिंह ही उपमुख्यमंत्री होंगे।
निर्मल दिवंगत मुख्यमंत्री मफ्ती मोहम्मद सईद की अगुआई वाली पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी भाजपा गठबंधन सरकार के 10 माह के कार्यकाल में भी उपमुख्यमंत्री थे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी के विधायक दल की बैठक के बाद संवाददाताओं से यहां कहा बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि भाजपा पीडीपी के साथ मिलकर सरकार बनायेगी और डॉ निर्मल सिंह ही उपमुख्यमंत्री पद के दावेदार रहेंगे। यह बैठक भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव की अध्यक्षता में हुई। उन्होंने बताया कि राज्यपाल एन एन वोहरा से राजभवन में मिलने से पहले शाम में पीडीपी-भाजपा की संयुक्त बैठक होगी, जिसमें विभिन्न मसलों पर बातचीत होगी।
याद रहे महबूबा के पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद जिस समय देश के गृहमंत्री थे, 1989 में इनकी बेटी रूबैया सईद का अपहरण कर लिया गया था। रुबैया के बदले में आतंकवादियों ने अपने पांच साथियों को मुक्त करवा दिया था। मुफ्ती देश के पहले मुस्लिम गृह मंत्री थे। 07 जनवरी 2016 को दिल्ली के एम्स में उनका निधन हुआ। 2014 के चुनावों में वे अनंतनाग विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार हिलाल अहमद शाह को 6028 वोटों के अंतर से हराकर विधायक निर्वाचित हुए थे।
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