हे प्रभु: ट्रेन में पानी पीने की इतनी बड़ी सजा

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इटारसी। मुंबई जाने के लिए पाटलीपुत्र लोकमान्य तिलक टर्मिनल (12142) ट्रेन में 25 मार्च को सवार हुए जबलपुर के सुमित पिता रघुनाथ काछी ने प्यास लगने पर एक अन्य यात्री की बोतल का पानी पी लिया। इससे नाराज पटना के तीन युवकों ने सुमित को ट्रेन की खिड़की के बाहर लटकाकर बेरहमी से पीटा। ट्रेन के बाहर लटके पीडि़त युवक को इटारसी स्टेशन पर वेंडरों ने बचाया।
पीडि़त युवक ने जीआरपी को बताया था कि उसे जबलपुर से इटारसी तक लटकाकर पीटा गया। लेकिन पुलिस ने उसकी बात को खारिज करते हुए पटना के विक्की पिता गोपाल, रवि पिता शंभु प्रसाद व बलराम पिता प्रभुप्रसाद पर मामूली धाराओं में केस दर्ज किया था।लेकिन अब सोमवार को उस घटना का दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया तो जीआरपी टीआई दुष्यंत जोशी का कहना है कि धाराएं बढ़ाई जाएंगी। इस वीडियो में पीडि़त को खिड़की के बाहर पैर के पंजों से बंधा दिख रहा है। ट्रेन के इटारसी स्टेशन पर रूकने से पहले ही उसे मारने के लिए एस-2 कोच से बाहर निकले युवक उसे बेल्ट से पीटने लगते हैं।
टपीडि़त ने बताया कि जबलपुर से इटारसी तक उसे खिड़की के बाहर लटकाकर लाए। जहां-जहां ट्रेन रूकी, मुझे पीटा गया। वहीं शासकीय अधिवक्ता अजयप्रकाश श्रीवास्तव का कहना है कि इस प्रकरण में धारा 307 तो लगनी ही थी। इसके अलावा अन्य धाराएं जैसे मानसिक रूप से प्रताडि़त करने की भी दर्ज होनी चाहिए।
जबलपुर निवासी और मुंबई में पांच हजार की नौकरी करने वाले सुमित काछी को पटना के जिन तीन युवकों ने पीटा था, वे ईएसआई की परीक्षा देने पटना से मुंबई जा रहे थे। पीडि़त सुमित जबलपुर से सवार हुआ था। ट्रेन कुछ ही आगे बढ़ी थी कि युवक ने प्यास लगने पर पटना के युवकों का पानी पी लिया था।