श्रीनगर। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) में स्थानीय और बाहरी छात्रों के बीच हुए विवाद के बाद कैंपस को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। यहां पैरामिलिट्री की 5 कंपनियों के 600 जवान तैनात किए गए हैं। एनआईटी में छात्रों की संख्या कुल 1500 है, ऐसे में लगभग दो छात्रों पर एक जवान को तैनात किया गया है। एनआईटी भारत का शायद ऐसा पहला कैंपस है, जिसकी सुरक्षा पैरामिलिटरी के हवाले की गई है।
पहले कैंपस में सीआरपीएफ की दो कंपनियां तैनात की गई थीं। बाद में झड़प होने पर सशस्त्र सीमा बल की तीन कंपनियों की भी तैनाती की गई। कैंपस में लोकल पुलिस की उपस्थिति नहीं दिख रही है। स्थानीय पुलिस पर ही बाहरी छात्रों के लिए भेदभाव बरतने और उनके ऊपर लाठीचार्ज का आरोप है। भविष्य में भी यहां हिंसा भड़कने की आशंका के मद्देनजर कैंपस को पैरामिलिटरी के हवाले किया गया है।