बुरहान के हलाक के बाद घाटी में तनाव: यात्रा पर रोक

burhanश्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में कूकरनाग के पास हिजबुल मुजाहिदीन के पोस्टर ब्वॉय और टॉप कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद श्रीनगर और पुलवामा में तनाव बढ़ गया है। घाटी में तनाव के माहौल को देखते हुए अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया है। इसके साथ ही दक्षिणी कश्मीर, पुलवामा सहित श्रीनगर के कई इलाकों में कफ्र्यू लगा दिया गया है।
बुरहान के एनकाउंटर के बाद घाटी में देर रात प्रदर्शनकारियों और सिक्युरिटी फोर्सेस के बीच झड़प की भी खबर है। शुक्रवार रात ही हुर्रियत के कई बड़े नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लिया गया, जिससे वो बुरहान की मौत के विरोध में कोई रैली ना निकाल सके। इसके अलावा आज होने वाली बोर्ड परीक्षा को भी स्थगित कर दिया गया है। यहां ट्रेन और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी ऐहतियान बंद कर दी गई हैं ताकि किसी तरह की कोई अफवाह न फैल सके। ट्रेनें अगली सूचना तक बंद रहेंगी।
वहीं सुरक्षा बलों की सबसे बड़ी चुनौती अब यह होगी कि जब वानी के शव का अंतिम संस्कार अनंतनाग के बीजबेहरा में होगा तो कहीं लोग बेकाबू न हो जाए । इससे मुकाबला करने के लिये अतिरिक्त सुरक्षा बल भी तैनात किए गए हैं।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी हासिल हुई थी। इस कार्रवाई में बुरहान को मार गिराया गया था। बुरहान फेसबुक पर काफी सक्रीय रहता था और उसे हिजबुल का फेसबुक आइकन भी कहा जाता था।
जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख ने बुरहान के मारे जाने की पुष्टि की है। सरकार ने इस आतंकी पर 10 लाख रुपए का ईनाम रखा था। 2011 में वह हिजबुल में शामिल हुआ था। 22 साल का यह आतंकी पिछले तीन साल से कश्मीर में कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। वानी दक्षिण कश्मीर में वह काफी सक्रिय था। सोशल साइट पर उसके कई फोटो वायरल हो चुके हैं। कश्मीर के युवाओं को वह बरगलाता था और उन्हें आतंक के रास्ते पर लाता था। कश्मीर के युवा भी उससे काफी प्रभावित थे।