नई दिल्ली। विवादित इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक पर केंद्र की ओर से शुरू की गई छानबीन का शिकंजा कसता जा रहा है । नाइक के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) को विदेशों से मिलने वाले धन की जांच के साथ-साथ उनके उन व्याख्यानों की सीडी की भी जांच शुरू कर दी गई जिनसे ढाका आतंकवादी हमले के कुछ हमलावर कथित तौर पर प्रेरित हुए थे । केंद्र ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब महाराष्ट्र सरकार ने 50 साल के इस्लामी धर्म प्रचारक के उन व्याख्यानों की जांच के आदेश दिए हैं जिन पर विवाद पैदा हुआ है। आईआरएफ की गतिविधियां केंद्रीय गृह मंत्रालय की नजरों में तब आईं जब ये आरोप लगे कि इससे गलत संदेश जा रहा है।