नई दिल्ली। रंगों के इस्तेमाल और ऑयल पेंटिंग्स के नए कॉन्सेप्ट के चलते इंटरनेशनल लेवल पर अपनी पहचान बनाने वाली जाने-माने पेंटर सैयद हैदर रजा ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। 94 वर्ष के फ्रांस बेस्ड इंडियन आर्टिस्ट रजा का शनिवार को दिल्ली में निधन हो गया। वो कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे।
बता दें कि रजा को भारत के सबसे मंहगे मॉडर्न आर्टिस्ट्स के रूप में जाना जाता है। एक बार उनकी पेंटिंग 16.42 करोड़ रुपए में बिकी थी। क्रिस्टी ने उनकी पेंटिंग सौराष्ट्र को खरीदा था। रजा को 1981 में पद्मश्री और ललित कला अकादमी की रत्न सदस्यता जैसा सम्मान भी मिला है। इसके साथ ही उनका 2013 में भारत का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्मविभूषण भी मिला। इससे पहले उन्हें 2007 में पद्भूषण से भी नवाजा गया था।
रजा का जन्म मध्य प्रदेश के मंडला जिले में 22 फरवरी, 1922 को हुआ था। उन्होंने फ्रांसिस न्यूटन सूजा और केएच आरा के साथ मिलकर 1947 में बॉम्बे प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट्स ग्रुप बनाया। 50 के दशक में ही वे फ्रांस चले गए थे। कुछ साल पहले ही भारत लौटे थे। उनकी ज्यादातर पेंटिंग ऑयल कलर या एक्रेलिक में बनी हैं। उनमें रंगों का इस्तेमाल अधिक हुआ है। बता दें कि रजा की पहली सोलो एग्जीबिशन 1946 में बॉम्बे आर्ट सोसाइटी में लगी थी। इसमें उन्हें सिल्वर मेडल मिला था।